जयंती पर संत के जन्मस्थली पहुंचेंगी प्रियंका-अखिलेश, साधेंगे सियासी समीकरण...
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जयंती के दिन रविदास मंदिर पहुंचेंगी। उसके बाद सपा नेता अखिलेश यादव भी सीरगोवर्धन पहुंचकर मत्था टेकेंगे। इस स्थल पर बड़े नेताओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है, यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती सर्वाधिक आने वाली नेता है। यहां राहुल गांधी भी दो बार आ चुके है।
कविता गोंड/ वाराणसी, भदैनी मिरर। चुनावी माहौल में बनने वाले राजनैतिक समीकरण धार्मिक स्थलों की ओर बर्बस ही सबको खींच लाते है। इस बार लंका के सीरगोवर्धन स्थित संत रविदासजयंती पर दो-दो पार्टी के शीर्ष नेता हाजिरी बजाने आएंगे। देश ही नहीं विदेशों से भी आने वाले रैदासियों के बीच अपनी बात पहुंचाने का यह सही स्थान है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जयंती के दिन रविदास मंदिर पहुंचेंगी। उसके बाद सपा नेता अखिलेश यादव भी सीरगोवर्धन पहुंचकर मत्था टेकेंगे। इस स्थल पर बड़े नेताओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है, यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती सर्वाधिक आने वाली नेता है। यहां राहुल गांधी भी दो बार आ चुके है।
वही इस बार भी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी संत रविदास जयंती पर 27 फरवरी की सुबह दस बजे सीरगोवर्धन पहुंचेंगी। करीब दो घण्टे यहां प्रियंका गांधी रहेंगी, मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह सोने के पालकी का दर्शन करने के साथ ही लंगर छकेंगी। पूर्व विधायक अजय राय ने बताया कि तैयारियों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को सीरगोवर्धन जाकर जायजा लिया गया। इस वर्ष कांग्रेस के जारी कैलेंडर में संत रविदास की फ़ोटो भी शामिल है। बताते चले कि पिछले वर्ष भी प्रियंका गांधी रविदास मंदिर पहुंची थी, जहा उन्होंने एक अनुयायी के अंदाज में सभी के बीच अपना अलग छाप छोड़ा था।
वही सपा मुखिया भी प्रियंका गांधी के बाद उसी दिन सीरगोवर्धन पहुंचेंगे। पांच वर्ष के अंतराल पर यह उनका दूसरा दौरा है। इसको लेकर सपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। करीब सवा घण्टा रहने के दौरान वह विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं को अपने पक्ष में भी करने की कोशिश करेंगे।