अखिलेश यादव ने टेका संकटमोचन दरबार में मत्था, लिया महंत का आशीर्वाद, हुई यह चर्चा...

अखिलेश यादव ने हनुमत दरबार मे मत्था टेका और महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र से मुलाकात की। दर्शन-पूजन के बाद महंत जी और उनके अनुज ख्यात न्यूरोलॉजिस्ट प्रो. विजयनाथ मिश्र ने अखिलेश यादव को मन्दिर का परिक्रमा करवाया। पूर्वांचल के तीन दिवसीय दौरे का गुरुवार पहला दिन था।

अखिलेश यादव ने टेका संकटमोचन दरबार में मत्था, लिया महंत का आशीर्वाद, हुई यह चर्चा...

वाराणसी, भदैनी मिरर। चुनावी माहौल करीब आने के साथ ही अब राजनेताओं को भगवान का दर दिखाई देने लगा है। वह अपने किसी भी दौरे में अभी से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जौनपुर के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद प्रख्यात श्री संकटमोचन मन्दिर पहुँचे। वहां उन्होंने हनुमत दरबार मे मत्था टेका और महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र से मुलाकात की। दर्शन-पूजन के बाद महंत जी और उनके अनुज ख्यात न्यूरोलॉजिस्ट प्रो. विजयनाथ मिश्र ने अखिलेश यादव को मन्दिर का परिक्रमा करवाया। पूर्वांचल के तीन दिवसीय दौरे का गुरुवार पहला दिन था।


करीब 45 मिनट तक मंदिर में रुके अखिलेश यादव ने मन्दिर की महत्ता के साथ ही संकटमोचन मन्दिर संगीत समारोह के बारे में जानकारी ली। महंत जी ने अखिलेश यादव को याद दिलाया कि विरोध के बाबजूद जब गजल गायक गुलाम अली मंदिर आ रहे थे तो अपने ही उन्हें राजकीय अतिथि का दर्जा दिया था। इस दौरान वह मंदिर में स्थापित अखाड़ों के बारे में जाना तो वह अखाड़ा देखने पहुंच गए। वहां उपस्थित पहलवानों से वह मिले, कहा अब कहा अखाड़े सुरक्षित है? महंत जी ने काशी के अखाड़ों के महत्त्व को भी बताया। अखाड़े में ही महंत जी ने अखिलेश यादव को हनुमान जी की पेंटिंग भेंट की। इस दौरान काशी में गंगा, वरुणा और असि नदी के स्वास्थ पर भी चर्चा की। अखिलेश ने महंत जी से कहा कि हम और आप टेक्नोक्रेट्स है, युवाओं को शिक्षा और रोजगार की आवश्यकता है। वादा किया कि हम जल्द ही सपरिवार आपसे मिलने आएंगे।


उधर अखिलेश यादव के मंदिर पहुंचने की खबर मिलते ही शाम से मन्दिर पर सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ने लगी थी। बजरंगबली के दरबार में अखि‍लेश यादव का स्‍वागत जय श्री राम और हर हर महादेव के जयघोष के साथ हुआ।