टिप्पणी: सीएम की तारीफ, सपा पर निशाना फूंक दिया पीएम ने चुनावी बिगुल..!
प्रधानमंत्री का पूर्वांचल में लंबे अंतराल के बाद आगमन और वह भी धर्म-अध्यात्म की नगरी काशी में जो उनका संसदीय क्षेत्र है, कई मायनों में महत्त्वपूर्ण है। राजनैतिक दृष्टिकोण से अलग-अलग लोग इसके कई मायने निकाल रहे है।
अवनिन्द्र कुमार सिंह, संपादक-भदैनी मिरर
आठ महीने के लंबे अंतराल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल के सबसे हॉट सीट अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से इशारों-इशारों में चुनावी बिगुल बजा दिया। पांच घण्टे में तीन कार्यक्रमों के माध्यम से पीएम ने न केवल सीएम की तारीफ की है बल्कि यह भी बताने की कोशिश की है की यूपी में बीजेपी अपने चुनावी वादों को पूरा करने में कामयाब हुई है। पीएम के भाषण ने यह भी साफ कर दिया कि बीजेपी को अगले विस चुनाव में मुख्यमंत्री के लिए चेहरा खोजने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण ने प्रदेश में चल रही नेतृत्च परिवर्तन की अफवाहों पर भी विराम लगा दिया।
भले ही पीएम परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास और रुद्राक्ष सेंटर का उद्घाटन कर रहे थे मगर वह एक-बिंदु पर विरोधियों का जबाब भी दे रहे थे। पीएम का यह कहना की वर्ष 2017 (विधानसभा चुनाव) से पहले भी दिल्ली विकास के लिए चिंता करती रही, मगर लखनऊ (अखिलेश सरकार) रोड़ा बनता रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मेहनत करते है और विकास को गति देते है, नतीजा यह की मेक इन इंडिया के लिए यूपी पसंदीदा राज्य बनता जा रहा है। पहले यहां कारोबार-व्यापार करना मुश्किल था अब माफ़ियावाद और आतंकवादियों पर कानून का राज है। यहां भी इशारों-इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिना नाम लिए अखिलेश सरकार के कानून-व्यवस्था को याद दिलाने की कोशिश की, पीएम के इस बात ने स्पष्ट किया कि जो अफवाहें फैलाई जा रही थी की योगी सरकार के कामकाज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुश नहीं है उसको पीएम ने नकार दिया।
प्रधानमंत्री अपने संबोधन में जिस तरह मुख्यमंत्री की प्रशंसा की, उससे स्पष्ट है कि आगामी विधानसभा चुनाव योगी आदित्यनाथ के ही नेतृत्व में लड़ा जाएगा। पीएम ने यह भी संदेश दे दिया है कि निकट भविष्य में प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना नहीं है। प्रदेश भाजपा संगठन व शासन में भी मतभेद की खबरें समय समय पर प्रचारित व प्रसारित की जा रही थी। इन खबरों में कितनी सच्चाई थी इसका अंदाजा तो नहीं लगाया जा सका लेकिन लोग चटकारे लेकर इन खबरों की चर्चा करते रहते थे। प्रधानमंत्री ने ऐसी खबरों पर भी विराम लगाकर शासन संगठन को एकजुट होकर कार्य करने के संकेत भी दे दिये हैं।
पीएम द्वारा फूंके गए चुनावी बिगुल में सीएम के कार्यों की प्रशंसा और विरोधियों को कड़ा संदेश से स्पष्ट हो गया है कि अब पार्टी और सरकार आगामी चुनाव की रणनीति पर अब काम करेगी। साफ है आगामी यूपी विस चुनाव योगी आदित्यनाथ के कामों और चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। इसलिए सभी वर्गों को साधते हुए विरोधियों के आरोप-प्रत्यारोप पर कामों से जबाब देने की एक चुनौती है।