PM मोदी के दौरे पर सपा ने साधा निशाना, मनोज राय धूपचंडी बोले- जो करना था किया ही नहीं, BHU पहले से है विश्वपटल पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर थे। इस दौरान वह मेहंदीपुर (मिर्जामुराद) में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने 28 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इसी लोकार्पण को लेकर समाजवादी पार्टी ने निशाना साधा।
वाराणसी,भदैनी मिरर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी दौरे के दौरान लोकार्पित की गई 28 परियोजनाओं में 201.65 करोड़ रुपये में वरुणा का तट सौंदर्यीकरण और चैनलाइजेशन के कार्य के लोकार्पण पर समाजवादी पार्टी ने निशाना साधा। सपा प्रवक्ता और पूर्व राज्यमंत्री मनोज राय धूपचंडी ने वीडियो जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से वही काम किए जो काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करते हैं। आज पीएम ने भी उद्घाटन का उद्घाटन और शिलान्यास का शिलान्यास किया।
पूर्व में तत्कालीन CM कर चुके है लोकार्पण
मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि काशी से पीएम ने कहा कि वरुणा कॉरिडोर का काम आज से शुरू हो गया है वहाँ की गंदगी हटाकर कर उन्होंने उसकी सफाई कराई है। लेकिन उनके अधिकारियों और मंत्रियों ने उन्हें यह नहीं बताया कि 22 दिसम्बर 2016 में ही तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उसका लोकार्पण कर दिया था। जो काम आपको करना चाहिए रहा पुराने पुल से आदिकेशव घाट तक जो वरुणा कॉरिडोर प्रस्तावित था उसे तो आपने किया नहीं। अखिलेश यादव की जो सोच थी कि वरुणा किनारे पेड़ लगाकर बच्चों और बुजुर्गों को शुद्ध हवा मिले उनके टहलने का वह स्थान बने उसे नजरअंदाज कर आपने चुनाव नजदीक देखकर उसका फिर से उद्घाटन कर दिया और यह भी कह दिया कि वरुणा में अब कोई नाला नहीं गिरता।
आज भी गिरता है वरुणा में गन्दा नाला
मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि पीएम ने कहा वरुणा में अब कोई नाला नहीं गिरता तो मैं पीएम महोदय को बता देना चाहता हूं कि जब आप फुलवरिया की ओर जाते हैं तो आप देखेंगे कि आज भी गंदे नाले का पानी वरुणा में गिरता है। जो डीएम के बंगले के पीछे से होकर नाला आता है। लेकिन पीएम मोदी ने सुनी-सुनाई और कही-कहाई बातों पर यकीन कर लिया और कहा। दूसरी बात पीएम ने कहा की बीएचयू का नाम विश्व पटल पर हो गया है। हमें आश्चर्य हुआ कि बीएचयू का नाम विश्व पटल पर पहले से है उसे फिर से लाने की जरूरत नहीं है। बीएचयू विश्व पटल पर इसलिए है क्योंकि वहाँ के छात्र और प्रोफेसर मेहनत करते हैं। जबकि वहां 7 माह से वाइस चांसलर नहीं हैं तो आपको उनकी नियुक्ति करनी थी, शायद आपको यह पता ही नहीं। प्रधानमंत्री केवल मन की बात करते हैं और काशी आकर भी मन की ही बात की आपने जन से पूछने की जरूरत नहीं समझी।