PNB ब्रांच मैनेजर लूट हत्याकांड: इनामी शूटर राजू पंडित सहित दो गिरफ्तार, लूट के पैसे बरामद, अब तक 13 आरोपी पहुंचे सीखचों के पीछे...
वाराणसी, भदैनी मिरर। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के करखियावं फूलपुर के ब्रांच मैनेजर की हुई अज्ञात स्कार्पियों द्वारा हत्या कर लूट मामलें में वाराणसी देहात पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गठित टीम ने 25 हजार रुपये का इनामिया अभियुक्त सतपाल पासवान निवासी सिरोही थाना नन्दगंज गाजीपुर को गिरफ्तार कर लिया। वहीं 22 जून मंगलवार को 50 हजार इनामिया बदमाश राजू पाण्डेय उर्फ राजू पंडित निवासी बभनौला थाना शादियाबाद गाजीपुर को भी गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों को मीडिया के सामने पेश करते हुए एसपी ग्रामीण अमित कुमार ने बताया कि आरोपी सतपाल ने पूछताछ में कहा कि उसने राजू पंडित को अपना मोबाइल दिया था जिससे राजू ने घटना में शामिल धीरेन्द सिंह को फोन किया और घटना के बारे में बताया और धीरेन्द्र सिंह स्कार्पियो गाड़ी लेकर आया था जिसको नितेश चला रहा था। उस पर धीरेन्द्र सिंह विकास गौड़ बैठे थे। आलोक राय और राहुल तिवारी ने प्लान बनाया। मुझको और अरूण मिश्रा को फोन देने व मदद करने के एवज मैनेजर से लुटे पैसे में से कुछ देने को कहा था। हम लोग सन्दहा तिराहे तक आये थे। प्लान के मुताबिक नितेश, विकास ,धीरेन्द्र सिंह, राजू पण्डित स्कार्पियो से चले गये थे। राजू पंडित के पास पिस्टल और धीरेन्द्र और विकास के पास तमंचा था।
राजू पंडित ने पूछताछ पर बताया कि मेरा नाम आर्यन पाण्डेय उर्फ राजू पाण्डेय उर्फ राजू पंडित है। मुझे राहूल तिवारी और आलोक राय ने प्लान बनाकर बताया था कि फूलपुर में बैंक मैनेजर से करीब 50 लाख रूपये की फ्राड की डील हुई है। किसी तरह से पैसा निकलने न पाये लूट कर लाना है। योजना के तहत मैने अपनी पिस्टल के साथ धीरेन्द्र सिंह द्वारा लायी गयी स्कार्पियो में सवार होकर जिसे नितेश चला रहा था फूलपुर कैथोली तिराहा आया। यहा पर बैंक मैनेजर के साथ आलोक राय का एक आदमी मुकेश पाल मौजूद था, बैंक मैनेजर स्कार्पियो गाड़ी में बैठा था और उसके पास पैसे रखे थे। मुकेश पाल के प्लान के हिसाब से हम मुकेश पाल और धीरेन्द्र सिंह मैनेजर की स्कार्पियो में पीछे बैठ गये थे और हमारी गाड़ी में बैंक मैनेजर के साथ मुकेश पाल के द्वारा लाये गये फ्राड करने वाले सुनील पटेल व अतुल विश्वकर्मा बैठ गये। मुकेश पाल ने बताया कि मैनेजर की गाड़ी को चला रहा संजय पटेल भी अपना ही आदमी है। जब गाड़ी जौनपुर वाले हाइवे पर पहुँची तो धीरेन्द्र सिंह के इशारे पर मैने बैंक मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दिया और जल्दी में नोटो से भरा एक बैग लेकर हम और धीरेन्द्र सिंह फरार हो गये थे। हमने नोटो की गड्डी की गिनती नही की थी। धीरेन्द्र सिंह उसमे से कुछ गड्डी निकाल कर ले गया कुछ गड्डी हमने निकाल लिये जिनमे आलोक राय , विकास गौड़ और नितेश को भी गड्डी दी थी बाकी पैसा जस का तस हमने छिपा कर रख दिया था जो आपने बरामद कर लिया।
घटना में प्रयुक्त 32 बोर पिस्टल, 4 अदद जिन्दा कारतूस, एक अपाचे बाइक, बैंक मैनेजर का आई कार्ड व पैन कार्ड बरामद किया गया।
गिरफ्तार करने वाली टीम :- निरीक्षक विपिन राय के नेतृत्व में क्राइम टीम गाजीपुर। निरीक्षक अश्वनी चतुर्वेदी के नेतृत्व में क्राइम टीम वाराणसी ग्रामीण। निरीक्षक दुर्गेश कुमार मिश्र के नेतृत्व में थाना फूलपुर की टीम।
पहले जा चुके है जेल
अतुल कुमार विश्वकर्मा, अतुल कुमार सिंह, मुकेश पाल, संजय कुमार पटेल, शिवा श्रीवास्तव उर्फ आदेश श्रीवास्तव, सुनील कुमार पटेल, अरुण मिश्रा, राहुल तिवारी, विकाश गौड़, नितेश सिंह और अलोक राय।