दोस्तों ने ही गला घोंटकर टूरिस्ट ट्रैक्सी ड्राइवर को उतारा था मौत के घाट, बारह घंटे के भीतर पुलिस ने आरोपियों को दबोचा CP ने पुलिस टीम को दिया ईनाम...
वाराणसी, भदैनी मिरर। सूर्य की लालिमा फटते ही शिवपुर के गनेशपुर रेलवे क्रासिंग के पास टूरिस्ट टैक्सी ड्राइवर का रक्तरंजित शव मिलने से हड़कम्प मच गया था। मौके पर एडीसीपी वरुणा जोन पहुंचे और मौका-मुआयना किया। घटना के खुलासा के लिए टीम लगाई गई। टीम की तत्परता यह रही कि बारह घण्टे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी कर शिवपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने अधिकारियों का दिल जीत लिया। पुलिस कमिश्नर ने कम समय में घटना का पर्दाफाश कर लूट की दो कार और मोबाइल बरामद करने वाली टीम को दस हजार रुपये के ईनाम देकर पीठ थपथपाई है।
घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने बताया कि घटना के अनावरण में क्राइम ब्रांच और प्रभारी निरीक्षक शिवपुर राजीव रंजन उपाध्याय के संयुक्त टीम को लगाया गया था। साक्ष्यों के आधार और सूचना संकलन के दौरान थाना सिगरा के लल्लापुरा निवासी विजय विश्वकर्मा और बिहार के समस्तीपुर बोरिया नारायणपुर निवासी शोहित केवट का नाम प्रकाश में आया। मुखबीर से सूचना मिली की यह दोनों कही भागने के फिराक में है, पुलिस ने जाल बिछाया तो दोनों की गिरफ्तारी शिवपुर उसरपुरवा बाईपास से हुई। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर गला घोटने में इस्तेमाल गमछा, लूटी गई दो इंडिगो कार और मोबाइल बरामद की गई है।
इकरारनामा
पुलिस पुछताछ में पकड़े गए विजय विश्वकर्मा और शोहित केवट ने बताया कि दोनों मृतक मनीष के अच्छे दोस्त थे। शोहित केवट गाड़ी मैकेनिक का कार्य करता था। विजय विश्वकर्मा ने फोन कर मनीष को दारु पिलाने के लिए बुलाया। मनीष की गाड़ी इंडिगो में ही विजय विश्वकर्मा और शोहित केवट भी थे। रास्ते में लघुशंका की बात कहकर मनीष से गाड़ी रुकवाई और गमछे से गला घोटकर मौत की नींद सुला दिया। बॉडी को रेलवे क्रासिंग के झाड़ी में छिपाने के लिए फेक दिया।
गिरफ्तार करने वाली टीम
प्रभारी निरीक्षक शिवपुर राजीव रंजन उपाध्याय, निरीक्षक अपराध नरेंद्र कुमार मिश्र, चंदमारी चौकी इंचार्ज राहुल यादव, एसएसआई राम नरेश यादव, उप-निरीक्षक अमरीश कुमार राय, क्राइम ब्रांच उप-निरीक्षक वृजेश कुमार मिश्र, कांस्टेबल शिवपुर सिकंदर, कांस्टेबल शिवपुर विनोद शामिल रहे।
मूल खबर-
टूरिस्ट टैक्सी ड्राइवर का मिली रक्तरंजित शव, जांच में जुटी पुलिस...