#Photos: PM मोदी ने 7 ट्वीट कर शिंजो आबे को दी श्रद्धांजलि, कराया था काशी दर्शन, कल होगा राष्ट्रीय शोक

शिंजो आबे को गोली मारने की घटना की पुरजोर निंदा भारत भी कर रहा है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक 7 ट्वीट किया है. इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिंजो आबे के बीच कितनी गहरी दोस्ती थी. भारत में 9 जुलाई को राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है.

वाराणसी,भदैनी मिरर। जापान के पूर्व राष्ट्रपति शिंजो आबे अब इस दुनिया में नहीं है. शिंजो आबे पर शुक्रवार सुबह एक चुनावी सभा में गोली चलाई गई थी. हत्यारे में 2 गोली मारी थी, जिसके बाद शिंजो आबे को दिल का दौरा भी पड़ गया. शिंजो आबे को गोली मारने की घटना की पुरजोर निंदा भारत भी कर रहा है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक 7 ट्वीट किया है. इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिंजो आबे के बीच कितनी गहरी दोस्ती थी. शोक जताते हुए पीएम ने ट्वीट किया है की मैने एक अच्छा दोस्त खो दिया है. मेरी संवेदनाएं शिंजो आबे के परिवार और जापान के लोगों के साथ है.

9 जुलाई को राष्ट्रीय शोक घोषित

पीएम नरेंद्र मोदी ने शिंजो आबे को गोली लगने की सूचना मिलने के बाद सुबह के 11 बजकर 12 मिनट पर पहला ट्वीट किया और लिखा की शिंजो आबे पर हमले की खबर से व्यथित हूं, मेरी प्रार्थनाएं उनके शीघ्र स्वस्थ्य होने के लिए है.

उसके बाद दूसरा ट्वीट दोपहर के 2 बजकर 43 मिनट पर पीएम ने की. लिखा की मैं अपने सबसे प्यारे दोस्तों में से एक शिंजो आबे के निधन से स्तब्ध हूं, वह एक महान वैश्विक राजनेता, एक उत्कृष्ट नेता और एक उल्लेखनीय प्रशासक थे. उन्होंने दुनिया में जापान को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.

तीसरी ट्वीट दोपहर 2 बजकर 44 मिनट पर की गई. पीएम मोदी ने लिखा की मिस्टर आबे के साथ मेरा जुड़ाव कई साल पुराना है. मैं गुजरात के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान से ही उन्हें जनता था और पीएम बनने के बाद भी हमारी दोस्ती जारी रही. अर्थव्यवस्था और वैश्विक मामलों पर उनकी अंतर्दृष्टि ने हमेशा मुझ पर गहरी छाप छोड़ी है.

चौथी ट्वीट दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर की. पीएम ने लिखा की अपनी हाल ही की जापान यात्रा के दौरान मुझे आबे से दुबारा मिलने का मौका मिला. हमने कई मुद्दों पर चर्चा भी की. वह हमेशा की तरह जैसे ही मुझसे मिले, मुझे क्या पता था की यह हमारी आखिरी मुलाकात होगी, उनके परिवार और जापानी लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं.

पांचवी ट्वीट भी 2 बजकर 45 मिनट पर की गई. पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा की मिस्टर आबे ने भारत-जापान संबंधों को एक विशेष साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है. आज पूरा भारत जापान के साथ शोक में है और हम इस कठिन घड़ी में अपने जापानी भाईयों- बहनों के साथ है.

छठवा ट्वीट 2 बजकर 46 मिनट पर पीएम ने की. ट्वीट में लिखा की जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के सम्मान के रूप में 9 जुलाई को भारत एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक मनाएगा.

सातवीं ट्वीट शिंजो आबे की तस्वीर के साथ पीएम मोदी ने की. लिखा की टोक्यो में अपने प्रिय मित्र के साथ हालिया मुलाकात की तस्वीर साझा कर रहा हूं, भारत और जापान के संबंधों को हमेशा मजबूत करने के लिए भावुक रहने वाले शिजों ने अभी- अभी ही भारत-जापान एसोसिएशन के अध्यक्ष के रुप में पदभार संभाला था.

12 दिसंबर 2015 को PM ने घुमाया था काशी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास दोस्तों में से एक जापान के पूर्व प्रधानमंत्री पद्म विभूषण शिंजो आबे का काशी से खास नाता है. 12 दिसंबर 2015 की शाम प्रधानमंत्री मोदी जापान के पीएम शिंजो आबे को लेकर काशी आए थे. शिंजो आबे दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती में यजमान के रूप में शामिल हुए और आरती को एकटक देखते रह गए थे और यहां पूजापाठ में भी शामिल हुए थे.
पीएम मोदी ने गंगा आरती के दौरान ही उन्हें यहां के 84 घाटों, भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ सहित काशी का माहात्म्य समझाया था. पीएम मोदी और शिंजो आबे की करीबी के चलते ही दोनों देशों की मित्रता के प्रतीक के रूप में जायका (जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी) की तकनीकी मदद से सिगरा में रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर बना.

पूर्व CM ने की थी एयरपोर्ट पर अगुवानी

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जब काशी दौरे पर वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे तो उनका स्वागत तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था. शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या के बाद अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर शोक जताया है. अखिलेश ने ट्वीट किया है की जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर हुए कातिलाना हमले की विश्वस्तर पर घोर निंदा की जानी चाहिए, असहमति और नाखुश होने का तात्पर्य यह नहीं की लोग हिंसक हो जाए. हमारी संवेदनाएं उनके परिजनों और शुभचिंतकों के प्रति है.