सिंधोरा से पकड़े गए म्याऊं-म्याऊं ड्रग्स के दोनों तस्करों ने उगले कई राज, STF की वाराणसी यूनिट भी गैंग के सदस्यों की तलाश में जुटी...

सिंधोरा के भगवतीपुर (मझवां) में एक मकान के भीतर सिंथेटिक ड्रग्स का कारोबार पिछले एक साल से संचालित था.

सिंधोरा से पकड़े गए म्याऊं-म्याऊं ड्रग्स के दोनों तस्करों ने उगले कई राज, STF की वाराणसी यूनिट भी गैंग के सदस्यों की तलाश में जुटी...

वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। सिंधोरा के भगवतीपुर (मझवां) में एक मकान के भीतर सिंथेटिक ड्रग्स का कारोबार पिछले एक साल से संचालित था. मकान के भीतर बनने वाले सिंथेटिक ड्रग्स को ट्रेन में छिपाकर मुंबई भेजा जाता था और वहां इस अंतरराष्ट्रीय गिरोह का सरगना ओम गुप्ता यूरोपियन देशों के साथ नाइजीरिया तक सप्लाई करता था. यह खुलासा सिंधोरा के मकान में ड्रग्स बनाने वाले पकड़े गए बड़ागांव थाना क्षेत्र के तिवारीपुर निवासी संतोष गुप्ता उर्फ बल्ली और पुवारी खुर्द निवासी अतुल सिंह से गहन पूछताछ में की.

जानकारी के अनुसार दोनों के पकड़े जाने के बाद महाराष्ट्र के पुलिस अधिकारी भी शनिवार देर शाम विमान से वाराणसी पहुंचे थे. इसके बाद पकड़े गये तस्करों से गहन पूछताछ के बाद अधिकारी विमान से ही लौट गये. जबकि मुंबई के ठाणे से आई दूसरी पुलिस टीम आरोपियों को लेकर साथ गई. आरोपियों से पूछताछ में कई अहमद जानकारियां मिलीं, जिसमें बताया है कि करीब एक साल से वे सक्रिय थे.  ट्रेनों से माल एक-दो किलो करके जाता था, जिससे पता भी नहीं चलता. एसटीएफ की वाराणसी इकाई भी पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है.