PNB ब्रांच मैनेजर से लूट कर हत्याकांड का पर्दाफाश: दोगुना पैसा करने वाले गैंग के लालच में फंस गए थे मैनेजर, गैंग के छह सदस्य गिरफ्तार मुख्य आरोपी संग पांच की तलाश, ADG ने दिया टीम को एक लाख का इनाम...
वाराणसी, भदैनी मिरर। फूलपुर के पिंडरई गाँव के पास नौ जून को पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) करखियाव के शाखा प्रबंधक फूलचंद (पीसी) राम की हत्या कर लूट के मामलें में पुलिस ने छह बदमाशों को गिरफ्तार कर पर्दाफाश कर दिया। इस मामलें में पुलिस को मुख्य साजिशकर्ता सहित पांच की तलाश है। एडीजी जोन वाराणसी वृजभूषण ने अन्य की तलाश के लिए पूरे जोन की टीम लगा दी है। घटना के बाद बैंक की अनियमितता भी सामने आई है। पंजाब नेशनल बैंक के रीजनल मैनेजर ने कैशियर को निलंबित करने के साथ ही विभागीय जांच के आदेश दे दिए है।
एडीजी जोन वृजभूषण ने यातायात पुलिस लाइन्स में आईजी रेंज वाराणसी एस. के. भगत और एसपी देहात अमित वर्मा संग पत्रकारवार्ता कर मामलें का खुलासा करते हुए मीडिया के सामने पकड़े गए छह बदमाशों को पेश किया। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह सामने आया कि कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिल्टी (सीएसआर) के पैसे को दोगुना करने का लालच देकर पैसे ठगने का गैंग चल रहा है। उसके बाद खुलासे में थाना फूलपुर के साथ क्राइम ब्रांच वाराणसी कमिश्नरेट, एसओजी टीम मऊ, गाजीपुर, भदोही, मिर्जापुर के साथ जोन की टीम लगी।
गिरोह के लालच में फंस गए मैनेजर
पुलिस जांच में पता चला है कि सीएसआर फंड में दोगुना पैसा करने का आलोक राय गैंग चलाता है जो मास्टरमाइंड है। इस गैंग में पिछले कुछ महीनों से ठगने के लिए नए-नए लड़को की भर्ती की जा रही थी। गैंग होटल और मोबाइल पर लोगों से मीटिंग कर झांसे में लिया जा रहा था। ऐसे ही इस गिरोह के लालच में ब्रांचमैनेजर फंस गए।
बैंक की अनियमितता आई सामने
पुलिस जांच में पता चला कि बैंक मैनेजर फूलचन्द राम पीएनबी की मडियाहूं शाखा से 41 लाख रुपये करखियाँव शाखा मे जमा करने के लिए निकले । करखियाँव आने पर मैनेजर ने बिना कैश जमा किये ही बाउचर में 41 लाख रुपये जमा दिखाये। इसके बाद मैनेजर ने 6 लाख रुपये कैशियर से और ले लिए। हालांकि इस प्रकरण में रीजनल मैनेजर ने कैशियर को निलंबित कर विभागीय जांच शुरु करा दी है। मैनेजर श्रीराम, सुनील कुमार पटेल नामक व्यक्ति के साथ दो झोलों में पैसा लेकर बाहर निकले और खुद की बुलायी स्कार्पियो जिसे संजय पटेल चला रहा था में बैठ गये। मैनेजर आगे बैठे और संजय गाडी चला रहा था, कैश से भरे बैग मैनेजर ने अपने पैर के पास रखे थे। मैनेजर वाली स्कार्पियो आगे-आगे चलने लगी और उसके पीछे-पीछे बाहर से आयी दूसरी स्कार्पियो चलने लगी। पिण्ड्राई मोड़ स्थित हाईबे पर मैनेजर वाली स्कार्पियो में ड्राईबर की सीट के पीछे बैठे व्यक्ति ने मैनेजर को कनपटी के पास गोली मार दी। गोली मारते ही दोनों अज्ञात लोगों ने कैश से भरा एक बैग लेकर उतर गये और पीछे आ रही अपनी स्कार्पियो में बैठे सुनील व अतुल विश्वकर्मा को उतार कर बैठकर जौनपुर की ओर फरार हो गये ।
एडीजी ने दिया इनाम
एडीजी वृजभूषण ने बताया कि अब तक हुई पूछताछ से यह साफ हुआ कि आलोक राय इस पूरे गिरोह का सरगना व मास्टर माइन्ड है। जिसकी साजिश से अतुल सिंह, मुकेश पाल , शिवा ,संजय कुमार पटेल, अतुल विश्वकर्मा,और सुनील पटेल तथा चार अज्ञात अभियुक्तों द्वारा इस घटना को अन्जाम दिया गया। आलोक राय के द्वारा बनायी गयी योजना के मुताबिक चार अज्ञात अभियुक्तों ने लूट करने के साथ मैनेजर की हत्या कर दी। पुलिस ने शिवा, मुकेश पाल, अतुल सिंह ,अतुल विश्वकर्मा, संजय पटेल व सुनील कुमार पटेल को गिरफ्तार कर पर्दाफाश किया है। खुलासा करने वाली टीम को एडीजी जोन की ओर से एक लाख का इनाम दिया गया है।
जल्द पुलिस शिकंजे में होगा आलोक
एडीजी ने बताया कि आलोक राय के सम्बन्ध में पुलिस को महत्वपूर्ण लीड मिली है ,शीघ्र ही उसे व उसके अज्ञात साथियों को गिरफ्तार कर शेष लूटी गयी रकम की बरामदगी भी कर ली जायेगी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार करने वाली टीम में फूलपुर निरीक्षक दुर्गेश कुमार मिश्र, दरोगा कुलदीप मिश्रा, दरोगा अरविन्द यादव व थाने की टीम रही, स्वाट टीम कमिश्नरेट वाराणसी से निरीक्षक अश्वनी कुमार की टीम, निरीक्षक विनीत राय के नेतृत्व में स्वाट टीम गाजीपुर, निरीक्षक विनोद दूबे के नेतृत्व में स्वाट टीम भदोही और दरोगा अरुण सिंह के नेतृत्व में सर्विलांस टीम।