गंगा दशहरा से पहले ही जान्हवी के जलस्तर में वृद्धि, जाने नदी वैज्ञानिकों की राय...

गंगा दशहरा से पहले ही जान्हवी के जलस्तर में वृद्धि, जाने नदी वैज्ञानिकों की राय...
काशी का प्रसिद्ध सुबह-ए-बनारस और गंगा घाट, फोटो- जावेद अली (अमर उजाला)
वाराणसी, भदैनी मिरर। गंगा दशहरा से गंगा में जलस्तर में होने वाली वृद्धि इस बार जून के दूसरे सप्ताह में ही साफ दिखने लगी है। इसके पीछे पहाड़ों पर हो रही बारिश के साथ ही पिछले दिनों टिहरी बांध से छोड़े गए पानी को इसके पीछे मुख्य कारण माना जा रहा है।

जानकारों की मानें तो वर्ष 2017 से 2019 तक इस दौरान गंगा के जलस्तर में कमी दर्ज की गई थी। वही इस वर्ष जून के पहले 12 दिनों में गंगा के जलस्तर में 35 सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई है। एक जून को गंगा का जलस्तर 58.06 मीटर था, जो 12 जून को 58.41 मीटर पहुंच गया है। इससे उलट वर्ष 2017 से 2019 तक 29 जून की तारीख तक गंगा का जलस्तर इससे कम था। जलस्तर 2017 में 58.27 मीटर, 2018 में 58.11 मीटर और 2019 में 58.16 मीटर था। वहीं वर्ष 2020 में 29 जून को गंगा का जलस्तर 60.55 मीटर था।

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काशी की खूबसूरत सुबह, फोटो- जावेद अली (अमर उजाला)

नदी विज्ञानी प्रो. बीडी त्रिपाठी का मानना है कि पिछले दिनों गंगा में शैवाल की समस्या पहली बार सामने आने पर टिहरी बांध से छोड़े जाने वाले जल की मात्रा बढ़ा दी गई है। गंगा के जलस्तर में इस वृद्धि के पीछे यही मुख्य कारण है। जानकार बताते है कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से वाटर लेवल अभी से मेंटेन रहेगा जिससे जल संकट की कोई कमी नहीं रहेगी।