ज्ञानवापी प्रकरण: अफवाहों से आहत पूर्व महंत ने किया अन्न त्याग, बोले ऊपरी अदालत तक जाने को तैयार...
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डाक्टर कुलपति तिवारी ने अफवाहों से आहत होकर अन्न त्याग कर दिया है. उन्होंने कहा है कि जब अभी एक याचिका स्वीकार ही नहीं हुई तो वापस लेने की बात कहां से आ गई. अफवाह फैलाने वाले को बाबा विश्वेश्वर सद्बुद्धि दें.
वाराणसी,भदैनी मिरर। आदि विशेश्वर के श्रृंगार, भोग-राग, सेवा के अधिकार को लेकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ कुलपति तिवारी ने अन्न त्याग कर दिया है। उनका कहना है कि ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग की सेवा और पूजा के लिए उन्होंने कोर्ट मे आवेदन दिया है, अब तक उनका आवेदन स्वीकृत नहीं हुआ है बावजूद उसके कुछ लोग यह अफवाह उड़ा रहे हैं कि उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया है। डॉक्टर कुलपति तिवारी का कहना है कि कुछ लोग जानबूझकर उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। इससे आहत होकर मैंने अन्न का त्याग कर दिया है।
बुधवार की रात बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्हें अन्य त्याग किए हुए 24 घंटे से अधिक बीत चुके हैं। उनका अन्य त्याग तब तक चलता रहेगा जब तक उन्हें विशेश्वरनाथ की पूजा का अधिकार नहीं दे दिया जाता। डॉक्टर कुलपति तिवारी ने कहा कि सोमवार को जब वह जिला अदालत में 1/10 के तहत आवेदन करने गए थे, उसी समय से कुछछ लोग उनके खिलाफ माहौल बनाने लगे थे। कचहरी परिसर में मौजूद पक्ष विपक्ष के कई लोगों ने वहीं मुझसे यह पूछना शुरू कर दिया था कि क्या मैंने आवेदन पत्र वापस ले लिया है। डॉ. तिवारी का कहना है कि अब तक मेरा प्रार्थना पत्र स्वीकार ही नहीं हुआ है तो उसे वापस लेने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। यदि निचली अदालत में उनके आवेदन को अस्वीकार कर दिया जाएगा तो वह ऊपर की अदालत की शरण में जाएंगे।