साड़ी कारोबारी की किडनैपिंग कर हत्या करने वाले दंपति सहित तीन पर लगा गैंगस्टर, यह था पूरा मामला...

गौरीगंज निवासी महमूद आलम को धन उगाही के लिए किडनैप कर हत्या करने वाले दंपति सहित तीन के खिलाफ भेलूपुर पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की है.

साड़ी कारोबारी की किडनैपिंग कर हत्या करने वाले दंपति सहित तीन पर लगा गैंगस्टर, यह था पूरा मामला...

वाराणसी, भदैनी मिरर। भेलूपुर पुलिस ने गौरीगंज निवासी साड़ी व्यापारी महमूद आलम को किडनैप कर हत्या के मामले में आरोपी दंपत्ति सहित तीन के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की है। इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे ने गैंग लीडर अनिरुद्ध पांडेय उर्फ अन्नू निवासी बड़ी पियरी थाना चेतगंज उसकी पत्नी दिव्या सिंह उर्फ अंजली पांडेय और काशी इन्क्लेव अकथा पहाड़िया निवासी थाना लालपुर पांडेयपुर प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम के खिलाफ उ. प्र. गिरोह बंद समाज विरोधी क्रियाकलाप अधिनियम की धारा 3 (1) की कर्रवाई की है। यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन के अनुमोदन पर की गई है। बता दें कि तीनों फिलहाल जिला जेल में निरुद्ध हैं।

धन उगाही के लिए किया था किडनैप
प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम पहले साइन सिटी से जुड़ा हुआ था परंतु कंपनी के भाग जाने के बाद से वह चौक में साड़ी आदि का काम करने लगा. उसी दौरान मार्केट में अपहृत महबूब आलम के बारे में जानकारी हुई. प्रवीण उर्फ प्रेम चौहान ने अपने साथी अनिरुद्ध पाण्डेय व उसकी पत्नी दिव्या सिंह उर्फ अंजली पांडेय के साथ मिलाकर महबूब आलम का अपहरण कर पैसा वसूलने की योजना बनायी. योजना के तहत दिव्या सिंह उर्फ अंजली पांडेय ने हनी ट्रैप के तहत महबूब आलम से मुलाकात कर लाइफ इंश्योरेंस में बीमा आदि कराने की बात कहकर परिचय किया और धीरे-धीरे फोन कॉल व्हाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क बढ़ाया. 13 जनवरी 2022 को दाल मंडी से नया फोन खरीदा और 14 जनवरी को प्रवीण उर्फ प्रेम चौहान अपनी चार पहिया लेकर अनिरुद्ध पांडेय और अंजलि को साथ लेकर बस अड्डा पहुंचा वहीं से एक फर्जी सिम खरीद कर दिव्या से फोन कराकर अपहृत महमुद आलम को बुलवाया. महबूब आलम ने किसी काम के सिलसिले में बीएचयू में होना बताया तब इन लोगों ने उसे विश्वनाथ मंदिर बीएचयू परिसर में बुलाया और वहां पहुंच कर इंतजार करने लगे, थोड़ी देर में महबूब आलम के स्कूटी से वहां पहुंचने पर दिव्या ने उसे बुलाकर एक्सयूवी में बैठा लिया. उसके बाद तीनो गाड़ी लेकर आगे बढ़े.

(साड़ी कारोबारी गौरीगंज निवासी मृतक महमूद आलम)

20 लाख की थी डिमांड

आरोपियों ने पुलिस को बताया की महबूब आलम के हाथ पैर बांधकर अपहरण कर बीएलडब्लू चौकाघाट होते हुए रिंग रोड से जौनपुर रोड पर पहुंचे तब तक अंधेरा हो चुका था. फूलपुर बाईपास पर सुनसान स्थान पर गाड़ी रोक कर अपहृत से 20 लाख रुपयों की मांग की. उसके द्वारा इतने रुपए ना होने की बात कही तब इन लोगो के कहने पर घर से ₹8 लाख रुपये मंगाने के लिए बेटे को फोन करवाया. फोन पर महबूब आलम ने बेटे से मुश्किल में होने एवं ₹8 लाख की व्यवस्था करने की बात कही बेटे के द्वारा संदेह होने पर और जानकारी मांगी तो आरोपियों ने फोन स्वीच ऑफ करा दिया. आरोपियों ने कारोबारी से उसके एटीएम का पिन पूछ कर बाबतपुर के पास एटीएम से ₹90 हजार निकाले इसके बाद जौनपुर हाईवे पर जलालपुर केराकत होते हुए चंदवक आकर गोमती नदी में मोबाइल फोन फेका. गाजीपुर रोड से वापस लौटते हुए रिंग रोड हरहुआ मोहनसराय आखरी होते हुए चुनार के पास गंगा नदी पुल के पास पहुंचे और महबूब आलम की दुपट्टा और मोबाइल के डाटा केबल से गला कसकर हत्या कर दी और शव को चुनार गंगा पुल से नदी में फेंक कर रामनगर पहुंचे. जहां पर आरोपियों ने एटीएम से फिर ₹90 हजार निकालें. वहां से पड़ाव होते हुए पांण्डेयपुर आये जहां पर प्रवीण ने अनिरुद्ध व उसकी पत्नी दिव्या को उनसे घर पर उतारकर अपने गांव मऊ की तरफ भागा. मऊ जाते समय चिरईगांव में एटीएम से पुन: ₹10 हजार निकाले व रास्ते में एटीएम तोड़ कर फेंक दिया.