धोखाधड़ी: नौकरी दिलाने के नाम पर पहले पैसे ऐंठे फिर धमकी दी, कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज...
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वाराणसी, भदैनी मिरर। बढ़ती बेरोजगारी के बीच नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी के मामलें बढ़ते जा रहे है। ताजा प्रकरण भेलूपुर थाना क्षेत्र के जेपिस नगर का है। अदालत के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि नगर निगम में तैनात एक कर्मचारी ने एक महिला से उसके बेटे को नौकरी दिलाने के नाम 4 लाख रुपए की मांग की। महिला किसी तरह से 60 हजार रुपए की व्यवस्था कर नगर निगम की कर्मचारी को दीं। इसके बाद महिला के बेटे को न नौकरी मिली और न उनके पैसे वापस मिले। पैसे वापस मांगने पर महिला को नगर निगम की कर्मचारी और उसके बेटे ने जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण को लेकर अदालत के आदेश से निराला निवेश में रहने वाली नगर निगम की कर्मचारी आशा तिवारी और उसके बेटे कौस्तुभ तिवारी के खिलाफ भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
भेलूपुर थाना अंतर्गत जेपिस नगर ककरमत्ता की रहने वाली गीता देवी के अनुसार उनके पति की मौत हो गई है और वह पढ़ी लिखी भी नहीं हैं। हाउस टैक्स जमा करने सहित अन्य कार्यों के लिए नगर निगम जाने पर उनकी जान-पहचान आशा तिवारी से हुई। नियमित बातचीत होने पर आशा ने उनसे कहा कि अगर वह नगर आयुक्त को देने के लिए तत्काल 1 लाख रुपये दे दें तो वह उनके 3 लड़कों में से किसी की नौकरी नगर निगम में लगवा देंगी। बाकी 3 लाख रुपए नौकरी मिलने के बाद देना होगा। गीता ने बताया कि किसी तरह से वह 60 हजार रुपए का इंतजाम करके आशा को दी। मगर, 2 साल बीत गए न उनके बेटे को नौकरी मिली और न रुपए मिली।
गीता ने बताया कि वह ब्याज पर 60 हजार रुपए उधार लेकर आशा तिवारी को दी थीं। अब तक वह 40 हजार रुपए ब्याज दे चुकी हैं और मूलधन देना शेष है। नौकरी ने मिलने पर उन्होंने आशा से पैसे वापस मांगे तो उन्होंने और उनके बेटे कौस्तुभ ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी।
इसकी शिकायत उन्होंने भेलूपुर थाने में की तो पुलिस ने सुनवाई नहीं की। इसके चलते मजबूर होकर वह अदालत की शरण में गईं और न्याय की गुहार लगाईं। इस संबंध में भेलूपुर थाना प्रभारी ने बताया कि अदालत के आदेशानुसार महिला की तहरीर के आधार पर मां-बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर प्रकरण में आगे की कार्रवाई की जाएगी।