नीलगिरी पर 2 और मुकदमा: संचालकों और कर्मचारियों पर चेतगंज थाने में दर्ज हुई कुल 42 FIR, दंपत्ति मालिक संग मैनेजर बंद है जेल में

नीलगिरी पर 2 और मुकदमा: संचालकों और कर्मचारियों पर चेतगंज थाने में दर्ज हुई कुल 42 FIR, दंपत्ति मालिक संग मैनेजर बंद है जेल में
विकास सिंह और प्रदीप यादव को 30 अगस्त 2021 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

वाराणसी, भदैनी मिरर। जमीन देने, गोल्ड निवेश और टूर पैकेज के नाम पर नीलगिरी इंफ्रासिटी के सीएमडी विकास सिंह की करतूतें हर दिन बाहर आ रही है। चेतगंज थाने में नीलगिरी कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) विकास सिंह, मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) ऋतु सिंह और मैनेजर प्रदीप यादव के खिलाफ 2 और मुदकमा दर्ज हो गया है। अब निलगीरी के ऊपर चेतगज थाने में 42 केस दर्ज किए जा चुके है। जिला गाजीपुर के रेवतीपुर निवासी लोकसेवक विमलेश राम ने बताया कि वर्ष 2015 में पड़ाव में 1170 वर्ग फिट की जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए कम्पनी से एग्रीमेंट करवाये थे। उन्हें कंपनी को 9 लाख 36 हजार रुपये देने थे। उन्होंने किस्तों में 7 लाख 38 हजार 4 सौ रुपये का भुगतान नीलगिरी कंपनी को कर दिया। जब जमीन की रजिस्ट्री की बात आई तो कम्पनी उन्हें बरगलाने लगी।

पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान विकास सिंह और प्रदीप यादव।

पैसा मांगने पर मिलती है धमकी

लोकसेवक विमलेश राम ने बताया कि हम जब भी बाकी के पैसे देकर रजिस्ट्री की बात करते थे तो सीएमडी विकास सिंह, एमडी ऋतु सिंह और मैनेजर प्रदीप यादव झूठा वादा कर टरकाते रहे। बाद में जब प्रार्थी कम्पनी पर दबाब बनाने लगा तो मलदहिया स्थित ऑफिस में गाली-गलौच करते हुए धमकी देकर भगाया जाने लगा जिससे मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न हुआ है।

नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के मालिकों पर 2 और केस:वाराणसी में रियल इस्टेट कंपनी के संचालकों पर दर्ज हुए 42 मुकदमे, दंपति सहित 3 बंद है जेल में; ED कर रहा अलग जांच

वाराणसी28 मिनट पहले
करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप विकास सिंह और उसकी पत्नी ऋतु सिंह फिलहाल जिला जेल में बंद हैं। - Dainik Bhaskar
करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप विकास सिंह और उसकी पत्नी ऋतु सिंह फिलहाल जिला जेल में बंद हैं।

वाराणसी की रियल इस्टेट सेक्टर की कंपनी नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चेतगंज थाने में 2 और मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन 2 केस को मिलाकर नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के संचालकों के खिलाफ अब तक 42 केस दर्ज किए जा चुके हैं। गौरतलब है कि नीरगिरि इंफ्रॉसिटी कंपनी का चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) विकास सिंह, उसकी पत्नी मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) ऋतु सिंह और मैनेजर प्रदीप यादव बीते 30 अगस्त से जिला जेल में बंद है।

तीनों पर जमीन और गोल्ड में निवेश कराने के साथ ही टूर पैकेज के नाम पर लोगों के करोड़ों रुपए हड़पने का आरोप है। आरोपियों की धोखाधड़ी की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित किया गया है। इसके साथ ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से अलग जांच की जा रही है।

करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोपी विकास सिंह (बाएं) और उसका मैनेजर प्रदीप यादव।
करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोपी विकास सिंह (बाएं) और उसका मैनेजर प्रदीप यादव।

15 लाख रुपए हड़पे, सदमे में पत्नी चल बसी

हबीबपुरा निवासी विनोद विश्वकर्मा ने भी नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के संचालकों और कर्मचारियों के खिलाफ चेतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। विनोद के अनुसार विकास सिंह व ऋतु सिंह और उनके कर्मचारी प्रदीप यादव व संजय प्रजापति ने उनके 15 लाख रुपए हड़प लिए। जीवन भर की कमाई लुट जाने से उनकी पत्नी श्वेता कुमारी को ऐसा सदमा लगा कि बीती 18 मई को उनकी मौत हो गई। विनोद ने बताया कि उन्हें 2 प्लॉट देने और अपनी स्काई टूर एंड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में मुनाफे का लालच देकर जलसाजों ने अलग-अलग बार में 15 लाख रुपए का निवेश कराया था। जब प्लॉट और टूर कंपनी के मुनाफे में हिस्सा देने की बारी आई तो उन्हें जान से मारने की धमकी देकर मुंह बंद रखने को कहा गया।

तेजी से चल रही एसआईटी की जांच

पुलिस आयुक्त (सीपी) ए. सतीश गणेश ने बताया कि विशेष जांच दल (SIT) की जांच तेजी से चल रही है। निलगीरी कम्पनी की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी कर रही है।कस्टडी रिमांड के दौरान निलगीरी के सीएमडी विकास सिंह और मैनेजर प्रदीप यादव से संपत्ति को लेकर कई अहम जानकारियाँ मिली है। इस कंपनी अन्य अभियुक्तों की भी गिरफ्तारी जल्द होगी। मुकदमों में आरोप पत्र न्यायालय प्रेषित कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।