दो शातिर ठग गिरफ्तार: फर्जी चेक से साड़ी व्यपारियों को लगाया करोड़ो का चूना, कई फर्मों के लेटरपैड, चेक के अलावा लक्सा थाने की भी मुहर बरामद, भेजे गए जेल अब गैंगस्टर लगाने की तैयारी

दो शातिर ठग गिरफ्तार: फर्जी चेक से साड़ी व्यपारियों को लगाया करोड़ो का चूना, कई फर्मों के लेटरपैड, चेक के अलावा लक्सा थाने की भी मुहर बरामद, भेजे गए जेल अब गैंगस्टर लगाने की तैयारी

वाराणसी,भदैनी मिरर। सिगरा पुलिस ने दो शातिर ठगों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में चेक और इकरारनामा बरामद किया है। यह गिरोह वाराणसी के बुनकरों और साड़ी व्यापारियों के नाक में दम कर दिया था। पकड़े गए बलिया के सिकंदरपुर निवासी राजू कुमार गुप्ता और अंशू गुप्ता उर्फ लालू गुप्ता फर्जी नाम और पता पर प्रतिष्ठित साड़ी कम्पनियों के नाम से फर्म बनाते थे और वाराणसी के बुनकरों और साड़ी व्यापारियों से 10-15 लाख की खरीददारी करते थे और उन्हें फर्जी चेक देते थे। फर्जी चेक देने के बाद फर्म बंद कर भाग जाते थे। व्यापारियों को जब ठगी होने का पता चला तो वह परेशान होकर पुलिस की शरण में गए। व्यापारियों की अलग-अलग शिकायत पर पुलिस ने सात मुकदमा दर्ज किया था।

थाने की मुहर भी बरामद

पूछताछ में पकड़े गए राजेश गुप्ता उर्फ राजू गुप्ता ने जो बताया उससे पुलिस के भी होश फाख्ता हो गए। राजेश ने पुलिस को बताया कि प्रतिष्ठित साड़ी कम्पनियों के नाम से हम फर्म दूसरे लड़को के नाम से खोलते थे। राजेश खुद हमेशा पर्दे के पिछे से काम करता था। इस गिरोह में महिलाएं भी शामिल है। जब भी कोई व्यापारी इनकी बात नहीं मानता था तो उनको अर्दब में लेने के लिए यह थाने में कम्प्लेंट का हवाला देते थे, जिसके लिए यह लक्सा थाने की फर्जी मुहर भी बनवाकर रखे थे। इस गैंग में राजधानी दिल्ली के भी कुछ लोग शामिल है।

लहरतारा में रहकर कर रहे थे फ्रॉड

पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि सिगरा पुलिस ने छानबीन शुरु की तो मुखबीर से सूचना मिली कि यह दोनों मड़ुवाडीह के लहरतारा में रहते है। जिसके बाद दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उनके पास से कॉरपोरेट बैंक, आंध्रा बैंक, देना बैंक, सिंडिकेट बैंक, बंधन बैंक सहित कई बैंकों के 50 से ऊपर चेक, 49 मोहर, पेमेंट इकरारनामा, सहित कई साक्ष्य मिले। जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो दोनों ने 50 से ऊपर फ्रॉड की घटना करने की बात स्वीकारी। दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। शीघ्र ही आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर प्रभावी पैरवी की जाएगी। इसके ऊपर गैंगस्टर लगाने की भी प्रक्रिया शुरु की जाएगी।