भिनगाराज अनाथालय का DM ने किया निरीक्षण, संरक्षित करने के लिए प्लान तैयार करने के निर्देश...
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा बुधवार को कमच्छा स्थित भिनगाराज अनाथालय परिसर का निरीक्षण करने पहुंचे.
वाराणसी,भदैनी मिरर। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा बुधवार को कमच्छा स्थित भिनगाराज अनाथालय परिसर का निरीक्षण करने पहुंचे. मौके पर मौजूद जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया एक व्यक्ति बाउण्ड्री में लगे हुए गेट का ताला तोड़ते हुए पाया जिसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह भाग निकला,उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश सम्बंधित थाने को दिया.
निरीक्षण के दौरान पीडब्लूडी, जिला प्रोबेशन अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों संग अन्दर के जर्जर पड़े कमरों को देखा और उसे ध्वस्तीकरण करने व आगे के निर्माण के लिए विस्तृत प्लान तैयार करने का निर्देश दिया. उन्होंने सर्वप्रथम परिसर की बाउंड्री और प्रवेश द्वार के मुख्य भवन को संरक्षित करने के लिए प्लान तैयार करने का निर्देश पीडब्लूडी सीडी-1 के अभियंता को दिया.
DM के निर्देश पर दर्ज हुई थी FIR
भिनगाराज अनाथालय के सरकारी जमीन को बेचने की शिकायत पर प्रभारी नगर मजिस्ट्रेट सुरेंद्र बहादुर सिंह ने डीएम कौशलराज शर्मा के आदेश पर त्रिस्तरीय जांच के बाद भेलूपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. आरोप है की भिनगाराज अनाथालय जो कि सरकारी सम्पत्ति है, पर अवैध कब्जा किये जाने के उद्देश्य से कुछ व्यक्तियों द्वारा अनाथालय हेतु सरकार द्वारा नामित संस्था के नाम में परिवर्तन करते हुए गलत ढंग से उसका नवीनीकरण कराया गया। इस मामलें में भिनगाराज अनाथालय ट्रस्ट के सचिव धौरहरा चौबेपुर निवासी डा. सूर्य प्रकाश चौबे, डायरेक्टर एचपीएनएल ग्रो प्राइवेट लिमिटेड निवासी सिगरा नरेंद्र कुमार गोयनका, डिंहवा चोलापुर निवासी राजीव कुमार सिंह, ककरमत्ता भेलूपुर निवासी रामसरन मौर्या, भिनगा श्रावस्ती निवासी चंद्रमणिकांत सिंह, कमच्छा निवासी मणिभूषण सिंह, कमच्छा निवासी डॉक्टर आरसी भट्टाचार्य, कमच्छा निवासी डा. मंजू विश्वास, कमच्छा निवासी डाक्टर एसएन सिंह, कमच्छा निवासी प्रह्लाद तिवारी और कमच्छा निवासी त्रिलोकी नाथ गुप्ता के विरुद्ध आईपीसी की धारा 419 420 467 468 471 और 409 में मुकदमा दर्ज किया गया है।