टप्पेबाजी की पिछली घटनाओं पर CP गम्भीर: मोडस ऑपरेंडी क्राइम पैटर्न पर काम कर रही पुलिस, दूसरे राज्यों के गिरोह होने के मिले सुबूत

टप्पेबाजी की पिछली घटनाओं पर CP गम्भीर: मोडस ऑपरेंडी क्राइम पैटर्न पर काम कर रही पुलिस, दूसरे राज्यों के गिरोह होने के मिले सुबूत
पुलिस आयुक्त (CP) ए. सतीश गणेश

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी कमिश्नरेट के भीतर पिछले दिनों चार पहिया वाहन से मोबिल गिरने की बात कहकर टप्पेबाजी की हुई घटना को लेकर पुलिस आयुक्त (CP) बेहद गंभीर है। वरुणा और काशी जोन के थानेदारों को कहा गया है कि वह अपने-अपने स्तर पर टप्पेबाजी की घटना को रोकने के लिए प्रयास करें। इसके अलावा नवसृजित थाना चितईपुर और लालपुर-पांडेयपुर में हुई घटनाओं के अनावरण में काम कर रही पुलिस को सुराग न मिलने पर काफी गम्भीर है। वह क्राइम ब्रांच के अलावा टीम गठित कर गम्भीरता से काम करने के निर्देश दिए है। साथ ही सीपी ने लूट की अन्य पुरानी घटनाओं को जल्द से जल्द खोलने के निर्देश भी दिए है।

नेचर ऑफ क्राइम पर जांच कर रही पुलिस

मिर्जापुर के ईंट-भट्ठा संचालक और पूर्व ब्लॉक प्रमुख गिरधारी सिंह पटेल से चितईपुर थाना के सुंदरपुर चौकी के समीप 30 जुलाई को गाड़ी से मोबिल गिरने की बात कहकर टप्पेबाज़ो ने उनके बैग को गायब कर दिया था। जिसमें एक लाख रुपये, लाइसेंसी पिस्टल और जरूरी कागजात थे। पुलिस ने बैग और कागजात को विश्वसुंदरी पुल के समीप से बरामद कर लिया था। ऐसे ही 16 सितंबर को पहड़िया निवासी चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) सेंट्रल बैंक के लॉकर में अपने चार पहिया वाहन से गहने रखने जा रहे थे की पांडेयपुर चौराहे पर मोबिल गिरने की बात कहकर टप्पेबाजी की घटना हुई। 
पूर्व की इन घटनाओं की जांच कर रही पुलिस टीम घटना का समय, स्थान और स्टाइल की बारीकी से समीक्षा कर रही है। पुराने दोनों घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से बदमाशों तक पहुंचने की पुलिस कोशिश कर रही है। 

मोडस ऑपरेंडी क्राइम पैटर्न की कराई जा रही स्टडी

सीपी ए. सतीश गणेश ने बताया कि, जांच में जुटी पुलिस टीम को मोडस ऑपरेंडी क्राइम पैटर्न की स्टडी भी कराई जा रही हैं। ऐसे क्राइम करने वाले बहुत ही शातिर किस्म के होते है, वह गिरोह में काम करते है। यह गिरोह ध्यान भटका कर लोगों को अपना शिकार बनाते है। यह घटना के बाद अपने ठिकाने लगातार बदलते रहते है ताकि पुलिस को इनके बारे में आसानी से सुराग न मिल पाए। यह केवल कैश और जेवर ले जातें है, लैपटॉप, मोबाइल जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को फेंक देते है। अब तक के जांच में इन बात के पुख्ता सबूत मिले है की दोनों घटनाओं को करने वाले बदमाशों का गिरोह अन्य राज्यों का है। यह जल्द से जल्द यह गिरफ्तार हो हमारा प्रयास जारी है।