सात दिनों तक श्रद्धालु करेंगे श्रीमद भागवत कथा का रसपान, होगा पितृ कल्याण यज्ञ और तर्पण
वाराणसी, भदैनी मिरर। भोले की नगरी काशी में महमूरगंज स्थित श्रृंगेरी मठ में आज से (22 सितंबर) सात दिनों तक कृष्ण भक्ति की बयार बहेगी। सात दिनों तक श्रीमद भागवत कथा में श्रद्धालु नटवरनागर की भक्ति में झूमेंगे। भगवान की बाल लीलाओं से लेकर असुरों के वध और यमुना में कालिया मर्दन के प्रसंग का रसपान करेंगे। यह आयोजन आध्यात्म गोसेवा मिशन ट्रस्ट मथुरा की ओर से आयोजित किया गया है। व्यासपीठ पर श्रीधाम मथुरा से पधारे पंकज शास्त्री महाराज विराजमान होंगे।
निकली कलश और शोभा यात्रा
कथा दिवस के पूर्व मंगलवार को श्याम मंदिर लक्सा से श्रृंगेरी मठ तक कलश और शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान पीले वस्त्र में महिलाएं भजनों पर झूमती हुई सर पर कलश लेकर पदयात्रा की। पूरे रास्ते कृष्ण भजनों की रसधार रही। जगह-जगह लोगों ने शोभा यात्रा में निकाली गई कृष्ण-राधे की मनोरम झांकी के दर्शन किए। यात्रा श्रृंगेरी मठ में आकर विश्राम लिया जहा व्यासपीठ की आरती उतारी गई। इस दौरान कथा व्यास पंकज शास्त्री महाराज ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा सुनने से मानव को धर्म ज्ञान मिलता है और उसे पता चलता है कि वास्तव में हमारे जन्म का उद्देश्य सिर्फ संसार की अप्राकृतिक चीजों का सुख प्राप्त करना मात्र नहीं है। धर्म श्रवण के बिना मानव का जीवन व्यर्थ हो जाता है और वह मानव पशु के समान है जो अपने जीवन में धर्म श्रवण नहीं करता।
होगा पितृ कल्याण यज्ञ और तर्पण
कथा की मुख्य आयोजक अंतरराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक दिन सुबह पितृ कल्याण यज्ञ व तर्पण के धार्मिक अनुष्ठान होंगे। कोरोना महामारी के दौरान जिनके भी परिजनों का असामयिक निधन हुआ है वह उनकी आत्मा की शांति एवं पितृ कल्याण हेतु तर्पण कर मुक्ति का विशेष पूजन यज्ञ करवा सकते है, यह बिल्कुल ही निःशुल्क है। परिजनों का नाम और गोत्र 9935504660 पर व्हाट्सएप कर सकते है।
उन्होंने बताया कि इस कथा में संरक्षक पंडित श्रीकांत मिश्रा, डॉ. अजीत सैगल, सह संयोजक अनुज राही हिंदुस्तानी, वंदना रघुवंशी, व्यवस्था प्रमुख सचिन मिश्रा, तनुप्रिया श्रीवास्तव, शिवदत्त, धर्मेंद्र त्रिपाठी, डॉक्टर सुधीर मिश्र, चंद्र शेखर कपूर, चंचल तिवारी, भावना विश्वास, वर्षा प्रधान सहित सैकड़ों लोगों का सहयोग है।