पंडित महामना मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान में भी दलाल सक्रिय ! तीन के खिलाफ FIR दर्ज...

पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान सुंदरपुर में भी लाचार और जरूरतमंद मरीजों से भ्रष्टाचार और दलाली करने वाला गैंग सक्रिय है

पंडित महामना मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान में भी दलाल सक्रिय ! तीन के खिलाफ FIR दर्ज...

वाराणसी, भदैनी मिरर। पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान सुंदरपुर में भी लाचार और जरूरतमंद मरीजों से भ्रष्टाचार और दलाली करने वाला गैंग सक्रिय है. अस्पताल के मुख्य सुरक्षाधिकारी सुनील कुमार सिंह ने अस्पताल कर्मचारी पवन कुमार सिंह, राजकुमार और बाहरी व्यक्ति आलोक कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी, कुटरचित करने के मामले में एसीपी भेलूपुर के निर्देश पर चितईपुर थाने में मुकदमा पंजीकृत करवाया है.

मुख्य सुरक्षाधिकारी सुनील कुमार सिंह का आरोप है कि हाल ही में एक घटना सामने आई. जिसमें दोस्तपुरा (मऊ) निवासी मरीज मुन्ना चौरसिया से  12 दिसंबर को अस्पताल के कुछ कर्मचारियों द्वारा जालसाजी करने की शिकायत दर्ज कराई गई. इसमें अस्पताल के कुछ कर्मचारियों द्वारा  आलोक कुमार नामक दलाल द्वारा की गई धोखाधड़ी उजागर हुई. कानपुर के रतनपुर कॉलोनी के रहने वाले आलोक कुमार पर अनैतिक रूप से  अस्पताल में चिकित्सा के लिए अपॉइंटमेंट की सुविधा देने का आरोप था. इसके अतिरिक्त बी केयर फाउंडेशन के एक कर्मचारी द्वारा मरीज से रिश्वत लेकर आर्थिक सहायता दिलाने की शिकायत मरीज द्वारा मामला संज्ञान में आया था. मरीज की शिकायत पर अस्पताल प्रशासन द्वारा विभागीय जांच शुरू की गई. मरीज द्वारा सभी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग, बैंक से लेनदेन की पर्चियों की जांच की गई. जांच में अस्पताल के कर्मचारी पवन कुमार सिंह, बी केयर फाउंडेशन के कर्मचारी राजकुमार और आलोक कुमार का नाम उजागर हुआ है. उजागर सबूत से लगता है कि अस्पताल के कुछ अधिकारी और कर्मचारी अस्पताल में कार्य कर रहे धर्मार्थ संगठन की कर्मचारी और दलालों की संलिप्त हो सकती है. इन गतिविधियों में रिश्वत लेना, धोखाधड़ी करना और धर्मार्थ संगठन से संबंधित धन का दुरुपयोग करने जैसी निंदनीय कार्य शामिल है.

मुकदमा पंजीकृत करवाते हुए मुख्य सुरक्षाधिकारी ने अस्पताल में चल रहे ऐसे किसी भी रैकेट का पर्दाफाश करने की गुहार लगाई है. पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज सबूत के आधार पर जांच में जुट गई है. थानाध्यक्ष चितईपुर चंद्रदीप कुमार ने बताया कि शिकायत पर मुकदमा दर्ज की गई है. अस्पताल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए साक्ष्य के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. आरोपियों के खिलाफ जल्द ही पुलिस कार्रवाई करेगी.