सनसनीखेज हत्या का खुलासा: कानपुर बार्डर पर फेका गया था NTPC के सेवानिवृत्त अधिकारी का शव, मार्तण्ड शाही के पॉकेट में रख दिया था सुसाइड नोट, नींद की गोली

सनसनीखेज हत्या का खुलासा: कानपुर बार्डर पर फेका गया था NTPC के सेवानिवृत्त अधिकारी का शव, मार्तण्ड शाही के पॉकेट में रख दिया था सुसाइड नोट, नींद की गोली

वाराणसी, भदैनी मिरर। वरुणा जोन के कैंट के रहने वाले नेशनल थर्मल पावर करपोरेशन लिमिटेड (एनटीपीसी) के सेवानिवृत्त अधिकारी मार्तण्ड शाही के सनसनीखेज हत्या के मामलें में कैंट पुलिस ने तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी की है। यह जानकारी सोमवार को अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय और अपराध सुभाषचंद्र दुबे ने प्रेसवार्ता में दी। बताया कि पुलिस अपराधियों की तलाश में जुटी थी कि मुखबीर की सूचना पर लहरतारा ओवरब्रिज से घटना में शामिल गाजीपुर जनपद के असवार मन्दिर के पास करीमुद्दीनपुर निवासी राजेश कुमार चौहान, जनपद गोरखपुर भण्डारो जगतबेला थाना चिलुवाताल निवासी सुबोध कुमार द्विवेदी और गोरखपुर करनजहंवा थाना चिलुवाताल निवासी रमेश यादव को गिरफ्तार किया है। इस मामलें में निगमेन्द्र सिसोदिया, कंचन सिंह चौहान और अखिलेश ठाकुर की गिरफ्तारी और घटना में प्रयुक्त वाहन इनोवा की बरामदगी पहले ही की जा चुकी है।

आत्महत्या की रच थी साजिश

एडिशनल सीपी सुभाषचन्द्र दुबे ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि  हमलोगों ने अपने अन्य साथियों के साथ आपराधिक षडयंत्र और छल के तहत मार्तण्ड शाही को अपने वाशीभूत करके उनकी जमीन, मकान का वसीयतनामा करवाकर योजना बद्धतरीके से मार्तण्ड शाही की हत्या कर उनकी लाश को कानपुर में फेक दिया था तथा षडयंत्र के तहत ही मार्तण्ड शाही के जेब में नीद की गोलियां, बस का टिकट, सोसाइड नोट भी उनकी जेब में रखकर आत्महत्या का स्वरुप देने का प्रयास किया। इलाहाबाद वकील से मिलने जाने से पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

पुत्र ने दर्ज कराया था FIR 

मार्तण्ड के पुत्र अमित कुमार शाही गाजियाबाद में जॉब करते है। पत्नी के निधन के बाद मार्तण्ड की संपत्ति पर गिरफ्तार अभियुक्तों की नजर थी। 8 अगस्त की सुबह UP 112 के पुलिसकर्मियों द्वारा अमित के बहनोई ऋषि को सूचना मिली की उनके ससुर का शव मिला था। बहनोई ऋषि मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त किये जिसके बाद पुलिस ने पुत्र को सूचना दी। अमित ने 16 अगस्त को कैंट थाने में तहरीर दी, जहा नामजद 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।