भेलूपुर डकैती कांड: फरारी के दौरान भी ऊंची पहुंच का इस्तेमाल करते रहे गुरु जी, बरामद न हो सका एक भी रुपए...
भेलूपुर के चर्चित 1.40 करोड़ की डकैती प्रकरण में मुख्य आरोपित तिलमापुर सारनाथ निवासी अजीत मिश्रा उर्फ 'गुरुजी' को पुलिस ने रिमांड मजिस्ट्रेट जयति की कोर्ट में पेश किया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। भेलूपुर के चर्चित 1.40 करोड़ की डकैती प्रकरण में मुख्य आरोपित तिलमापुर सारनाथ निवासी अजीत मिश्रा उर्फ 'गुरुजी' को पुलिस ने रिमांड मजिस्ट्रेट जयति की कोर्ट में पेश किया. इस दौरान एपीओ पुष्पांजलि मिश्रा ने रिमांड बनाने की अर्जी दी. जिसके बाद कोर्ट ने न्यायिक अभिरक्षा में उसे जेल भेज दिया. सवाल यह की क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े अजीत मिश्रा उर्फ गुरु जी के पास से पुलिस ने एक फूटी कौड़ी भी बरामद नहीं कर सकी. सूत्रों ने अनुसार पुलिस पूछताछ में अजीत मिश्रा खुद को घटना में शामिल होने से इंकार करते हुए थाने के पुलिसकर्मियों और एक अफसर का नाम लेता रहा. अजीत मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद से ही भेलूपुर थाने के पुलिसकर्मियों और कुछ अफसरों की सांसे टंगी हुई थी.
जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच की पूछताछ में अजीत मिश्रा खुद को निर्दोष बताते हुए बताया की दो महीनों की फरारी के दौरान वह अपने ऊंची पहुंच का फायदा उठाकर लखनऊ, गोखपुर और आजमगढ़ में छिपता रहा. वह लगातार अपने वकील के संपर्क में होकर इस प्रकरण में बचने और बचाने का तरीका तलाशता रहा.
बता दें, इस प्रकरण में अब तक नाटकीय ढंग से लावारिश कार से 92.94 लाख रुपए बरामद किए गए थे. इसके बाद शेष रुपए का कोई पता नहीं चल पाया. इस मामले में अब तक अजीत मिश्रा उर्फ गुरु जी के अलावा नवलपुर निवासी सच्चिदानंद उर्फ मंटू राय, शिवकुटी (प्रयागराज) के सलोरी निवासी घनश्याम मिश्रा, कादीपुर (सुल्तानपुर) थाना क्षेत्र के बुढ़ाना निवासी प्रदीप पांडेय, रानीगंज (प्रतापगढ़) थाना क्षेत्र के मो. वसीम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. जबकि तत्कालीन इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे, SI सुशील कुमार, SI महेश कुमार, SI उत्कर्ष चतुर्वेदी, कॉन्स्टेबल महेंद्र कुमार पटेल, कपिल देव पांडेय, शिवचंद्र को बर्खास्त कर दिया गया था.