एम्बुलेंस चालक को बंधक बनाकर रंगदारी मांगने के मामले में ABVP ने की कड़ी कार्रवाई की मांग, यह है मामला...

एम्बुलेंस चालक को बंधक बनाकर रंगदारी मांगने के मामले में ABVP ने की कड़ी कार्रवाई की मांग, यह है मामला...

वाराणसी, भदैनी मिरर। बीएचयू स्थित सर सुन्दरलाल अस्पताल परिसर में एम्बुलेंस चालक को बंधक बनाकर रंगदारी मांगने के मामले में लंका थाने के क्राइम टीम द्वारा एक बीएचयू छात्र सहित दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने प्रेस नोट जारी कर आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाई की मांग की है। एबीवीपी ने कहा है कि दोनों छात्र बीएचयू छात्र नहीं है।


बताते चले कि बीते शुक्रवार की देर रात सामनेघाट निवासी हीरा एम्बुलेन्स से मरीज लेकर अस्पताल पहुंचा था। इसी बीच वहां पांच छात्र पहुँचे और उसे जबरदस्ती कैम्पस ले गए। हीरा को सकुशल छोड़ने के लिए उसके भाई जीवन से 10 हजार रुपए की मांग करने लगे। जीवन ने इसकी जानकारी लंका इंस्पेक्टर महेश पांडेय को दी। जिसके बाद लंका थाने की क्राइम टीम के दरोगा राजकुमार पांडेय और शशि प्रताप सिंह ने मामले की गम्भीरता को समझते हुए आरोपियों की धड़पकड़ के लिए योजना बनाई। 


क्राइम टीम ने जीवन के माध्यम से पैसे देने के लिए नरिया तिराहे पर बुलाया। जहा क्राइम टीम ने गाजीपुर के मरदह थाने के डोडसर निवासी संदीप कुमार सिंह और आजमगढ़ के तरवां निवासी सौरभ सिंह को दबोच लिया। पुलिस को इस मामले में अन्य तीन लोगों की तलाश है। इन फरार तीनों में एक बीएचयू का बताया जा रहा है।


इधर जारी प्रेस नोट में एबीवीपी की प्रदेश मंत्री साक्षी सिंह ने कहा है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय 35,000 छात्रों का विशालकाय परिसर है।इसके अतिरिक्त बड़ी संख्या में बाहरी व्यक्तियों का परिसर में आना जाना लगता है। एबीवीपी ने इसे निंदनीय बताते हुए कैम्पस में कड़े सुरक्षा के प्रबंध किए जाने की मांग की। एबीवीपी का आरोप है कि बाहरी अराजक तत्व बीएचयू कैंपस में आकर अपराधिक घटना को अंजाम देते हैं और उससे विश्वविद्यालय की छवि धूमिल होती है।