BHU: ABVP के छात्रों ने सेंट्रल ऑफिस पर किया प्रदर्शन, सौंपा 5 सूत्रीय मांग पत्र...
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में अंधाधुंध पेड़ो की कटाई से लेकर प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितता और प्रशासनिक अव्यवस्था को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्रों ने जूसुल के रुप में गुरुवार को सेंट्रल ऑफिस पहुंचे.
वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में अंधाधुंध पेड़ो की कटाई से लेकर प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितता और प्रशासनिक अव्यवस्था को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्रों ने जूसुल के रुप में गुरुवार को सेंट्रल ऑफिस पहुंचे. उनके पहुंचने से पहले ही प्रॉक्टरोटियल टीम ने गेट बंदकर उन्हें रोक दिया. जिसके बाद आक्रोशित छात्र वहीं बैठकर प्रदर्शन करने लगे. छात्रों के प्रदर्शन की सूचना पर डीएसडब्ल्यू अनुपम नेमा छात्रों से मुलाकात करने पहुंचे. वार्ता के बाद छात्रों ने उन्हें 5 सूत्रीय मांग पत्र उन्हें सौंपा.
यह है ABVP की 5 सूत्रीय मांग
1. विगत कई महीनों से परिसर में धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई चल रही है. यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, अतः हरे पेड़ों की कटाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा कर परिसर में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया जाए।
2. विश्वविद्यालय द्वारा पहले के सत्रों में शोध प्रवेश प्रक्रिया पहले से ही प्रभावित हुई है. अतः इस सत्र हेतु शोध में प्रवेश की प्रक्रिया अविलंब प्रारंभ की जाए।
3. सत्र 2023-24 की नियमित सेमेस्टर परीक्षा देने आने वाले छात्रों का छात्रावास अविलंब खोला जाए जिससे उन्हें असुविधा का सामना न करना पड़े।
4. मंच कला संकाय में वायलिन कोर्स को बंद कर दिया गया है जिससे वहाँ अध्ययनरत विद्यार्थी आगे शिक्षा हेतु चितित हैं. अतः वायलिन कोर्स को पुनः प्रारभ किया जाये।
5. विश्वविद्यालय प्रशासन ने 9 जुलाई से कक्षाओं के संचालन हेतु निर्देशित किया है, लेकिन छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों को अभी तक छात्रावासों को आवंटित नहीं किया गया है. महिला महाविद्यालय में भी यही स्थिति है. कक्षाओं के संचालन से पूर्व सभी प्रकार की छात्रावास आवंटन की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाये जिससे विद्यार्थियों को कोई असुविधा न हो इस समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाए।
काशी प्रांत के मंत्री अभय प्रताप सिंह ने बताया कि डीएसडब्ल्यू ने हमे आश्वस्त किया है कि कुछ मुद्दों पर कार्य चल रहे है और कुछ पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. कहा कि यदि हमारी मांगों पर शीघ्र निराकरण नहीं होता है तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिंदू विश्वविद्यालय उग्र आंदोलन को बाध्य होगी जिसकी पूरी जिम्मेदारी विवि की होगी।