BHU: एनी बेसेंट फैलोशिप में SC-ST को आरक्षण देने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन, छात्रों की चेतावनी करेंगे आंदोलन...

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के सेंट्रल ऑफिस पर प्रदर्शन कर छात्रों ने एनी बेसेंट फैलोशिप में SC-ST को आरक्षण देने की मांग की.

BHU: एनी बेसेंट फैलोशिप में SC-ST को आरक्षण देने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन, छात्रों की चेतावनी करेंगे आंदोलन...

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में शुरु की गई एनी बेसेंट फैलोशिप में एससी एसटी ओबीसी को आरक्षण देने सहित 5 सूत्रीय मांग को लेकर छात्रों ने शनिवार को सेंट्रल ऑफिस में जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने चेताया है की है एससी-एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस छात्र आक्रोशित है, मांग पूरी न होने पर चौराहों पर पुतला दहन किया जाएगा. 

ज्ञापन सौंपने पहुंचे बीएचयू के छात्र अजय ने बताया की पीएचडी में प्रवेश पाने का यह अच्छा मौका है लेकिन यह फैलोशिप में कहीं भी एससी- एसटी और ओबीसी को आरक्षण देने का प्रावधान नहीं है जबकि आरक्षण अधिनियम यूजीसी 1956 के तहत सभी केन्द्रीय विश्वविद्यालय कॉलेज संस्थाओं में बिना किसी रोक-टोक के आरक्षण लागू किया जा सके इसको उचित प्रावधान किया गया है. इसी प्रकार प्रवेश प्रक्रिया में यूजीसी आरक्षण अधिनियम तथा भारत सरकार द्वारा समय-समय पर निर्गत आरक्षण संबंधी आदेशों व दिशा निर्देशों के तहत केंद्रीय विश्वविद्यालय, कॉलेज, संस्थाओं मैं आरक्षण लागू किया जाए ताकि यूजीसी के नियमों का पालन किया जा सके.

यह है छात्रों की पांच मांगे -

  1. एनिबिसेन्ट फैलोशिप का निर्धारण आरक्षण के नियमों के तहत किया जाए।
  2. टॉप फाइव परसेंटाइल का नियम आरक्षित वर्गों के लिए उनको दिए जानेवाले संवैधानिक आरक्षण अलग-अलग निर्धारित किया जाये अर्थात कटेगरी वाइज टॉप फाइव परसेंटाइल निकाला जाए।
  3. फाइव परसेंटाइल में भी आरक्षित वर्गों को अन्य अवसरों पर जैसे एडमिशन व नौकरी में. आयु आदि) योग्यता में दी जाने वाली 5% की भाँति 5% की छूट का प्रावधान किया जाये।
  4. RET में न्यूनतम उत्तीर्ण अर्को (Minimum qualifying Marks) की अनिवार्यता खत्म किया जाये।
  5. बीएचयू प्रशासन द्वारा एनिबिसेन्ट फेलोशिप हेतु जारी किया गया अन्यायपूर्ण तथा भेदभावपरक आदेश को तुरंत वापस लिया जाये और उसकी समस्त प्रक्रिया रोकी जाये।