अजय राय ने इंडिया गठबंधन से किया नामाकंन, कहा- बनारस के सड़कों पर पूरा जनसमुदाय हमारे साथ खड़ा है...
नामांकन के चौथे दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय ने नामांकन दाखिल किया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। नामांकन के चौथे दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय ने नामांकन दाखिल किया. साइकिल पर सवार होकर अजय राय जिला मुख्यालय पहुंचे और अपना नामांकन भरा. इससे पहले उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ और काल भैरव का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लिया.
नामांकन के बाद अजय राय ने जिला मुख्यालय के बाहर मीडिया कर्मियों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा, कि आम जनता का पूरा समर्थन हमारे साथ है लोग प्यार दे रहे और सपोर्ट कर रहे है, बनारस के सड़कों पर पूरा जनसमुदाय हमारे साथ खड़ा है. वहीं 14 मई को प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन दाखिल करने को लेकर उन्होंने कहा कि एक लायक पुत्र होता और दूसरा नालायक मां गंगा की दुर्दशा को देखकर लोग निश्चित तौर पर उन्हें नायालक पुत्र समझ रहे है. यह गंगा मां का अपमान है, जिसे काशीवासी नहीं सहेंगे.
वहीं काशी में चल रहे ड्रोन शो के सवाल पर लेकर उन्होंने कहा कि यह आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा और विकास दिखाना ही है तो जमीन पर दिखाइए आकाश में नहीं. साइकिल से नामांकन के लिए आए सवाल पर उन्होंने कहा कि साइकिल एक आम आदमी की सवारी है, साइकिल हमारी समाजवादी पार्टी का चिन्ह है.
पूर्वांचल के भूमिहार समाज में अजय राय की अच्छी पैठ
बता दें कि, अजय राय कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं. भूमिहार समाज से ताल्लुक रखने की वजह से पूर्वांचल के भूमिहार समाज में उनकी अच्छी पैठ है. 2014 और 2019 में पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले अजय राय ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा से ही की थी. 1996 से लेकर वह 2007 तक भाजपा के टिकट से ही लगातार तीन बार विधायक बने. 2009 में उन्होंने पार्टी से लोकसभा का टिकट मांगा, टिकट न मिलने पर वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए, लेकिन चुनाव में जीत हासिल नहीं हो सकी.
2009 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पिंडरा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी. इसके बाद 2012 में वे कांग्रेस से जुड़ गए थे और पिंडरा सीट से ही जीत हासिल की थी. अजय राय 2014 पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में उतरे थे. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी किस्मत आजमाई थी, जो दूसरे नंबर पर रहे थे और अजय राय तीसरे नंबर पर रहे थे. 2017 में अजय राय ने एक बार फिर पिंडरा से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार वह जीत नहीं सके.
अजय राय पर कई आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं, इनमें गुंडा एक्ट और गैंगस्टर के मामले भी शामिल हैं.