पिकनिक मनाने गए 4 युवक गंगा में डूबे:  घंटो सर्च अभियान के बाद मिला शव, 2 को बचाया गया...

पिकनिक मनाने गंगा घाट गए चार युवक स्नान के दौरान डूबने लगे. जिसमें दो युवकों को स्थानीय मल्लाहों ने बचा लिया जबकि घंटों सर्च ऑपरेशन के बाद डूबे अन्य दो युवकों का शव बरामद किया गया.

पिकनिक मनाने गए 4 युवक गंगा में डूबे:  घंटो सर्च अभियान के बाद मिला शव, 2 को बचाया गया...
गंगा में स्थानीय मल्लाहों संग शव का तलाश करती लंका पुलिस।

वाराणसी,भदैनी मिरर। लंका के गंगोत्री विहार कॉलोनी स्थित लकी घाट पर सोमवार को चार दोस्त गंगा में डूबने लगे। युवकों की चीख- पुकार सुनकर स्थानीय मल्लाहों ने 2 को बचा लिया जबकि 2 गंगा में समा गए। सूचना पर पहुंची लंका पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से एक घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाकर दोनो शव को बरामद किया। इस दौरान घाट पर सैकड़ों तामशबीनों का हुजूम उमड़ा रहा।

पिकनिक मनाने गए थे चारों घाट

लंका के नारिया स्थित सकेतनगर निवासी राजनाथ पांडेय के गोद लिए हुए पुत्र दीपेंद्र द्विवेदी (17) अपने दोस्त लियाकत अली (17), मुन्ना सेठ (18) और साहिल अली (18) के साथ गर्मी होने से गंगोत्री विहार कॉलोनी स्थित लकी घाट पर जा पहुंचे। उसके बाद सभी ने गंगा में नहाने लगे। इस दौरान दीपेंद्र और लियाकत डूबने लगे, दोस्त को डूबता देख मुन्ना सेठ और साहिल बचाने के लिए गंगा में आगे बढ़े। जिसके बाद चारों युवक डूबने लगे, इसी बीच घाट पर मौजूद स्थानीय मल्लाहों की नजर उन पर पड़ गई। 
स्थानीय मल्लाहों ने मुन्ना सेठ और साहिल अली को बचा लिया लेकिन दीपेंद्र द्विवेदी और लियाकत अली गंगा में डूब गए। घटना के बाद दोनो युवकों के घर मातम पसरा है। 

बिगड़ने के डर से रखते थे हॉस्टल

राजनाथ पांडेय ने दीपेंद्र द्विवेदी को उनके पिता मिथलेश द्विवेदी से गोद लिया था। दीपेंद्र शिवपुर स्थित संत अतुलानंद में कक्षा 9वीं का छात्र था। उसका संगत गलत न हो और वह बिगड़े नहीं इसलिए राजनाथ पांडेय उसको दो साल पहले ही स्कूल के हॉस्टल में डाल दिया था। गर्मी की छुट्टी में वह साकेत नगर स्थित अपने घर आया हुआ था। दीपेंद्र दो-दो परिवारों के आंख का तारा था। दीपेंद्र की मौत से दोनों परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।