युवक ने गंगा में कूदकर दी जान, परिजनों ने पुलिस पर लगाया सरेराह पिटाई का आरोप, थानेदार और सिपाही पर कार्रवाई की मांग
लंका थाना अंतर्गत नगवा क्षेत्र में बुधवार को सरेराह पुलिस की पिटाई से क्षुब्ध युवक ने गंगा में कूदकर आत्महत्या कर ली.
वाराणसी, भदैनी मिरर। लंका थाना अंतर्गत नगवा क्षेत्र में बुधवार को सरेराह पुलिस की पिटाई से क्षुब्ध युवक ने गंगा में कूदकर आत्महत्या कर ली. आसपास के गोताखोरों ने आनन फानन में कूदकर युवक को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. सूचना पर पहुंचे परिजन भी शव लेकर गंगोत्री विहार कालोनी पहुंचे और सड़क पर शव रखकर हंगामा किया. परिजनों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया है, साथ ही थानेदार और सिपाही पर कार्रवाई की मांग की है.
मृत युवक का पिता शारदा प्रसाद वाराणसी के लंका थाना में होमगार्ड है, उन्होंने बताया कि उनका बेटा विशाल सोनकर (22) फल-सब्जी की ठेला लगाता है. बुधवार की सुबह विशाल ठेला के पास था, तभी नगवां क्षेत्र से एक छात्रा ठेले पर आम लेने के लिए आई, लेकिन आम के दाम को लेकर दोनों में थोड़ी कहासुनी हुई. इसी दौरान मार्निंग वॉक पर निकले लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा अपने साथी दरोगा लक्ष्मीकांत और हेड कांस्टेबल रंगपाल के साथ सादे वर्दी में थे और कहासुनी होता देख मौके पर रुक गए. उसके बाद मेरे लड़के को डांटा और मारा और बाद में लड़के को उस लड़की से भी थप्पड़ मरवाया.
शारदा प्रसाद ने कहा, इसके बाद सरेराह चौराहे पर सार्वजनिक रूप से पुलिस और युवती की पिटाई से मेरे बेटे विशाल को आत्मग्लानि हुई और वह बाद में गंगा किनारे पहुंचा और छलांग लगा दी. प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक तीन भाई और दो बहनों में सबसे छोटा था.
उधर, पुलिस का कहना है कि एक स्कूली छात्रा जो नगवा क्षेत्र से अपने स्कूल को जा रही थी कि तभी मृत युवक विशाल, जो कि सड़क किनारे ठेले पर सब्जी बेच रहा था, उसने लड़की पर कमेंट किया. जिस पर लड़की द्वारा विरोध किया गया और दोनों की आपस में कहासुनी होने लगी. वहीं आसपास भीड़ इकट्ठा हो गई. उसी समय थाना लंका इंस्पेक्टर मॉर्निंग वॉक से वापस थाने की तरफ जा रहे थे जो लड़की को रोता और भीड़ -भाड़ देखकर रुक गए. जिसके बाद वह सबको समझाया बुझा रहे थे, उसी समय भीड़-भाड़ में से ही उक्त छात्रा ने विशाल सोनकर को थप्पड़ मार दिया और फिर वहां से अपने स्कूल चली गई. इंस्पेक्टर ने मामले को समझा-बुझा कर भीड़ भाड़ को हटाया.
बाद में सूचना मिली कि विशाल सोनकर जो नशे का आदी व्यक्ति था, नशे की हालत में गंगा जी में स्नान के लिए गया था. तैरते-तैरते बीच नदी में जाने से विशाल सोनकर की डूबकर मृत्यु हो गई.