युवा साईकिल चालकों ने की अलग लेन की मांग, बोले नवीन सड़क निर्माण के दौरान जरूर बनाया जाए...

एकता शेखर बताती हैं कि साईकिल से संतुलन अभियान वाराणसी से शुरू हो कर प्रादेशिक स्तर तक साईकिल पथ की मांग रखेगा. क्लाइमेट एजेंडा हमेशा सभी पर्यावरणीय मुद्दों पर रचनात्मक तरीके से आम जन का जोड़ता आया है.

युवा साईकिल चालकों ने की अलग लेन की मांग, बोले नवीन सड़क निर्माण के दौरान जरूर बनाया जाए...

वाराणसी, भदैनी मिरर। क्लाइमेट एजेंडा ने शुक्रवार को “साईकिल से संतुलन” से अभियान के तहत जगतपुर डिग्री कॉलेज वाराणसी के पास हथेलियों के छाप से युवाओं का समर्थन दर्ज किया. इस अभियान की मुख्य मांग शहर में प्रस्तावित नवीन सड़कों के निर्माण में साईकिल पथ का निर्माण सुनिश्चित किया जाए. साईकिल पथ के किनारे पौधारोपण किया जाए, सोलर आधारित स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की जाए एवं साईकिल लेन पर अन्य मोटर वाहन पुर्णतः प्रतिबंधित हों.

क्लाइमेट एजेंडा की इस पहल के बारें में निदेशक, एकता शेखर बताती हैं कि साईकिल से संतुलन अभियान वाराणसी से शुरू हो कर प्रादेशिक स्तर तक साईकिल पथ की मांग रखेगा. क्लाइमेट एजेंडा हमेशा सभी पर्यावरणीय मुद्दों पर रचनात्मक तरीके से आम जन का जोड़ता आया है. आज भी सैकड़ों आम जन व युवाओं ने रंगीन हथेलियों की छाप दे कर अपने शहर में साईकिल लेन के निर्माण की मांग रखी.

एकता साईकिल लेन की आवश्यकता को विस्तार से बताती है, इस गतिविधि में शामिल मुख्य सभी लड़कियों का मानना है कि उन्हें साईकिल चलाते समय सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जैसे आज भी सड़को पर लड़की या महिला साईकिल चालक असुरक्षित महसूस करती है, दुर्घटना का भय सदैव बना रहता है, उचित स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था का आभाव भी असुरक्षा का एक प्रमुख कारण है, लड़कियों के लिए साईकिल केवल आवाजाही का साधन नहीं है बल्कि वह उन्हें आत्मनिर्भरता का भी बोध कराता है. इसके साथ ही मोटरवाहनों की संख्या में इज़ाफा होने से साईकिल चालकों की प्रेरणा में भी कमी आ रही है जिस कारण गरीब वर्ग इसका सबसे बड़ा भुक्तभोगी है. उपरोक्त सभी कारण आज मुख्यधारा में मौजूद हैं इसलिए इसके समाधान के लिए सरकार व प्रशासन को शीघ्र ही साईकिल पथ के निर्माण की घोषणा करनी चाहिए.

साईकिल से संतुलन के इस दुसरे दिन की गतिविधि में मुख्य रूप से, सीमा, गुलाफ्शा, अनुराधा, स्तुति, तनु, पायल, काजल, अदिति, अवनीश, श्वेता, रवि, दिव्या, विश्वजीत, इज़्मत, सुहानी, चंदा, आस्था, शिवम्, ऋचा, आशुतोष समेत सैकड़ों युवाओं ने अपनी रंगीन हथेलियों के छाप से साईकिल पथ के निर्माण की मांग की.