BHU में दुर्घटना के बाद हंगामा कर रहे छात्रों को पीटने का वीडियो वायरल, ABVP ने की दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग...

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के डालमिया छात्रावास के समीप शनिवार की रात राजनीतिक दल का झंडा लगी तेज रफ्तार स्कॉर्पियो गाड़ी की टक्कर से कृष्ण चंद्र (48) की मौत के बाद छात्र आक्रोशित हो गए.

BHU में दुर्घटना के बाद हंगामा कर रहे छात्रों को पीटने का वीडियो वायरल, ABVP ने की दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग...

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के डालमिया छात्रावास के समीप शनिवार की रात राजनीतिक दल का झंडा लगी तेज रफ्तार स्कॉर्पियो गाड़ी की टक्कर से कृष्ण चंद्र (48) की मौत के बाद छात्र आक्रोशित हो गए. घटना के बाद आंदोलन कर रहे छात्रों को प्रॉक्टोरियल और जिला प्रशासन द्वारा पीटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो को शनिवार रात का बताया जा रहा है. उधर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है.

दोषी पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर हो कार्रवाई

एबीवीपी के काशी प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह ने कहा कि "काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से एक व्यक्ति की मृत्यु की घटना विश्वविद्यालय प्रशासन के सुरक्षा के झूठे दावों की पोल खोलती है. परिसर के अंदर आए दिन बाहरी वाहन से अवांछनीय तत्व अराजकता फैलाते हैं. जिन्हें रोकने में प्रशासन नाकाम है, दोषियों की पकड़ने के बजाय उस घटना में न्याय की मांग कर रहे विद्यार्थियों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया जाना अत्यंत शर्मनाक है. इस घटना में बड़ी संख्या में विद्यार्थी घायल हुए हैं. हम दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं."

इसके अलावा इकाई मंत्री भास्करादित्य त्रिपाठी ने कहा कि " परिसर में घटी विभत्स घटना का दोषी बीएचयू प्रशासन है जिसकी शह पर बाहरी अराजक तत्व आए दिन परिसर का माहौल खराब करते हैं. आज परिसर में कोई भी सुरक्षित नहीं है. प्रशासन विश्वविद्यालय परिसर को सुरक्षित रखने में नाकामी छुपाने के लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर ही लाठीचार्ज कर देता है. बहुत से छात्र घायल हैं ,बहुत से दिव्यांग छात्रों को पुलिस ने छात्रावासों में निशाना बनाया है. हम जिला प्रशासन से मांग करते हैं की छात्रों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.