ट्रिपल मर्डर की गुत्थी सुलझी: सास,पत्नी और साले की हत्या करने वाला दामाद गिरफ्तार, पुलिस टीम को ₹25 हजार का इनाम...
राजातालाब के मिल्कीपुर में हुए ट्रिपल मर्डर की गुत्थी शनिवार को पुलिस ने सुलझा दी. पुलिस ने सास रानी गुप्ता (50) , पत्नी पूजा गुप्ता (30) और साले मोहन गुप्ता (22) को बेरहमी से मौत के घाट उतारने वाले इकलौते आरोपी दामाद अरविंद गुप्ता को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। राजातालाब के मिल्कीपुर में हुए ट्रिपल मर्डर की गुत्थी शनिवार को पुलिस ने सुलझा दी. पुलिस ने सास रानी गुप्ता (50) , पत्नी पूजा गुप्ता (30) और साले मोहन गुप्ता (22) को बेरहमी से मौत के घाट उतारने वाले इकलौते आरोपी दामाद अरविंद गुप्ता को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया. अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर अपर पुलिस आयुक्त संतोष सिंह ने बताया की यह हत्या अवैध संबंधों में हुई है. अरविंद गुप्ता के ससुर भोला गुप्ता ने इस प्रकरण में दो लोगों को नामजद आरोपी बनाया था जिसमें पहला अपने दामाद अरविंद गुप्ता और दूसरे एक झाड़फुक करने वाले मनोज मिश्रा उर्फ अलगू थे. पुलिस ने मनोज मिश्रा उर्फ अलगू को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो संलिप्तता न होने पर उन्हें छोड़ दिया. आरोपी अरविंद गुप्ता को राजातालाब, स्वाट और सर्विलांस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है.
अपर पुलिस आयुक्त संतोष सिंह ने बताया की रानी गुप्ता का अपने पति भोला गुप्ता से दाम्पत्य विवाद बहुत पहले से चल रहा था. भोला गुप्ता को रेखा गुप्ता के चाल-चरित्र पर शक था. रानी गुप्ता के पास ओझौती का काम करने वाले मनोज मिश्र अक्सर आया जाया करता था. जिसके चक्कर में रानी गुप्ता ने अपने पति भोला गुप्ता और बड़े बेटे को घर से निकाल दिया था, जो पास के ही पनियरा गांव में जाकर रहने लगे थे. पिछले एक साल से ससुराल में अक्सर लड़ाई झगड़ा करने वाली रानी की बेटी पूजा भी मायके में रहती थी. रिश्तेदारों की पंचायत के बाद घटना से 15 दिन पूर्व पूजा अपने तीन बच्चों के साथ ससुराल गई, लेकिन वहां घर का माहौल खराब होने पर 9 जनवरी को पति अरविंद गुप्ता, अपने भाई और जीजा के साथ पुनः मायके ले आए.
एडिशनल सीपी ने बताया की छानबीन में पता चला की अरविंद के भाई और जीजा वापस चले गए लेकिन अरविंद रूका रहा.
पहले किया लकड़ी से वार फिर काट दिया गला
एडिशनल सीपी ने बताया की अरविंद का उसकी सास रानी से 9 तारीख की शाम में ही विवाद हो गया, जिसके बाद पास में रखे लकड़ी के टुकड़े से ही अरविंद ने अपनी सांस के सिर पर हमला कर दिया. यह देख अरविंद की पत्नी पूजा हसिया लेकर दौड़ी, जिसके बाद अरविंद ने पूजा के सिर पर भी वार कर दिया. घर के बाहर फोन पर बात कर रहे साले मनोज गुप्ता ने शोर सुनकर अंदर आया तो वह पास में पड़ी कुर्सी लेकर दौड़ा. जिसके बाद अरविंद ने पहले लकड़ी से वार किया और फिर हसिए से ही साले और अपनी पत्नी का गला काट दिया. घटना के बाद आरोपी अरविंद अपने तीनों बच्चों को लेकर ऑटो से कुछ दूर गया और अपने भाई को बुलाकर बच्चों को सुपुर्द कर भाग निकला था.
लगातार बदल रहा था लोकेशन
एडिशनल सीपी संतोष सिंह ने बताया की घटना के बाद पुलिस की चार टीमें गठित की गई थी. जो धरातलीय साक्ष्य संकलन के साथ ही सर्विलांस की मदद से तफ्तीश शुरु की. इस घटना में अरविंद का मोबाइल बंद होने से शक की सुई तो थी, लेकिन मोबाइल बंद कर यह लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहा. इस सफल अनावरण में क्राइम ब्रांच के दरोगा मनीष मिश्रा, हेड कांस्टेबल विजय शंकर, हेड कांस्टेबल चंद्रभान यादव, कांस्टेबल रमाशंकर यादव, कांस्टेबल पवन तिवारी, कांस्टेबल दिनेश, कांस्टेबल अविनाश रहे तो थाना राजातालाब के प्रभारी निरीक्षक मुन्ना राम, दरोगा संदीप कुमार सिंह, दरोगा मिथलेश कुमार प्रजापति, कांस्टेबल सर्वजीत कुमार, कांस्टेबल प्रफुल्ल शामिल रहे. घटना में शामिल पुलिस टीम को एडिशनल सीपी संतोष सिंह ने 25 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है.