वाराणसी सहित UP के तीन लोग कुवैत में जिंदा जलकर मरे, Yogi सरकार दूतावास के संपर्क में, कुल 45 भारतीयों की हो चुकी है मौत...
भारतीयों के लिए बीते बुधवार की सुबह कुवैत के मंगाफ शहर से दर्दनाक घटना सामने आई.
वाराणसी, भदैनी मिरर। भारतीयों के लिए बीते बुधवार की सुबह कुवैत के मंगाफ शहर से दर्दनाक घटना सामने आई. श्रमिकों के रहने के लिए बने बहुमंजिला इमारत में लगे भीषण आग में एक वाराणसी और दो गोरखपुर के लोगों ने अपनी जान गवाई है. अब तक कुल 45 भारतीयों की जान जाने की अधिकारिक पुष्टि हुई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के आलाधिकारी विदेश मंत्रालय और कुवैत स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार मृतकों में यूपी के प्रवीण माधव सिंह (वाराणसी), जयराम गुप्ता (गोरखपुर) और अंगद गुप्ता (गोरखपुर) शामिल हैं. कुवैत में रिहायशी इमारत में लगी आग से वाराणसी के शिवपुर निवासी प्रवीण माधव सिंह की मौत हो गई है. हादसे में गाजीपुर के करहिया निवासी जितेंद्र सिंह घायल हो गए हैं. वहीं हादसे में गोरखपुर के जयराम गुप्ता और अंगद गुप्ता की भी हादसे में मौत हो गई है. गाजीपुर के करहिया गांव के मूल निवासी जय प्रकाश सिंह झारखंड में कोइलवरी में कार्यरत है. इनका परिवार वाराणसी के शिवपुर के छतरीपुर में रहता है. जय प्रकाश के 40 वर्षीय पुत्र प्रवीण माधव सिंह 15 वर्षों से कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में एक स्टील फैक्ट्री में नौकरी करते थे. उसके साथ 50 वर्षीय जितेंद्र सिंह पुत्र शिवबचन सिंह भी रहते थे.
इसके अलावा घटना में घायल अन्य लोगों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है. बता दें कि मंगाफ शहर में एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने से 45 भारतीयों समेत कुल 49 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी. इसके बाद भारत सरकार ने विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह को कुवैत भेजा है, जिन्होंने घायलों से अस्पताल में मिलकर इलाज की जानकारी ली, इसके अलावा उन्होंने घटना के बारे में दूतावास से रिपोर्ट मांगी है.
बताया जा रहा है कि मृतकों में से अधिकांश केरल और तमिलनाडु के निवासी हैं. ताजा जानकारी के अनुसार मृतकों में तीन लोग यूपी के भी हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के आलाधिकारी लगातार कुवैत स्थित भारतीय दूतावास और नई दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के संपर्क में हैं.