सिर पर वार कर प्लास्टिक कारोबारी की हत्या: तीन टुकड़ों में काटकर फेंका था शव, आरोपी अरेस्ट...

लापता प्लास्टिक कारोबारी काली महाल के हाजीपुरा निवासी दाबर बेग (55) की हत्या मामले में चैनपुर (बिहार) भभुआ निवासी चंद्रिका राम को एसओजी और लक्सा पुलिस की टीम ने अरेस्ट कर जेल भेज दिया है. आरोपी चंद्रिका ने पुलिस पूछताछ में पैसे के लेन- देन में हत्या की बात स्वीकार की है. प्रकरण में दूसरे आरोपी खजुरी (कैंट) निवासी सीमेंट कारोबारी हाजी साजिद अली खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर चुका है.

सिर पर वार कर प्लास्टिक कारोबारी की हत्या: तीन टुकड़ों में काटकर फेंका था शव, आरोपी अरेस्ट...

वाराणसी, भदैनी मिरर। लापता प्लास्टिक कारोबारी काली महाल के हाजीपुरा निवासी दाबर बेग (55) की हत्या मामले में चैनपुर (बिहार) भभुआ निवासी चंद्रिका राम को एसओजी और लक्सा पुलिस की टीम ने अरेस्ट कर जेल भेज दिया है. आरोपी चंद्रिका ने पुलिस पूछताछ में पैसे के लेन- देन में हत्या की बात स्वीकार की है. प्रकरण में दूसरे आरोपी खजुरी (कैंट) निवासी सीमेंट कारोबारी हाजी साजिद अली खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर चुका है. घटना का खुलासा एडीसीपी काशी जोन चंद्रकांत मीणा और एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक ने पुलिस लाइन में किया. गिरफ्तार करने वाली एसओजी और लक्सा पुलिस टीम को ₹ 20 हजार के इनाम की घोषणा की है.

गोदाम में की गई हत्या

गिरफ्तार चंद्रिका ने पुलिस को बताया कि काली महाल के हाजीपुरा निवासी दाबर बेग (55) की हत्या कटेसर (पडाव) रामनगर रोड सीमेन्ट के गोदाम में हाजी साजिद अली और चंद्रिका ने सिर पर रॉड मारकर की थी. उसके बाद मृतक के शरीर को बांके से तीन टुकड़ों में काटकर सर गंगा नदी, दोनों पैरों को विश्व सुंदरी पुल के पास झाड़ी में और धड़ रामपुरिया नारायनपुर डिवाइडर हाजी पट्टी के बगल नाली में फेक दिया था.

चंद्रिका की निशान देही पर व्यापारी के शरीर के हिस्से दोनों पैर विश्व सुंदरी पुल के पास झाड़ी में और धड़ रायपुरिया नारायनपुर डिवाइडर हाजी पट्टी के बगल नाली से बरामद किया गया है. सर को गंगा नदी में फेंक दिए जाने के कारण बरामद नहीं हो सका. जिसके लिए प्रयास जारी है. पूछताछ में आरोपी ने हत्या के पीछे पैसे की लेनदेन का विवाद बताया है. पुलिस को दाबर बेग की बाइक 10 मई को मुगलसराय (चंदौली) में मिली थी.

हाजी ने खुद को मार ली थी गोली

व्यापारी के गायब होने के मामले में जब पुलिस ने जांच पड़ताल शुरु की तो सबसे पहले संदेह हाजी साजिद अली उर्फ बबलू पर गई. पुलिस सर्विलांस और सीडीआर की मदद से जब पूछताछ की तैयारी कर रही थी तो बीते 9 मई को हाजी ने नमाज के बाद खोजवां क्षेत्र के कंकड़वावीर मस्जिद में खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या के बाद पुलिस ने दोनों की कड़ियां जोड़नी शुरु की तो 10 मई से हाजी के यहां काम करने वाला आरोपी चंद्रिका लापता हो गया. पुलिस का शक गहराया और हिरासत में लेकर पूछताछ की तो घटना का खुलासा हुआ.
 
थाना लक्सा पुलिस टीम में थानाध्यक्ष मनोज कुमार कोरी,  दरोगा आलोक सिंह यादव, पवन कुमार गुप्ता, घनश्याम गुप्ता, प्रशिक्षु दरोगा शिवम यादव, कांस्टेबल दिलीप कमार, संदीप कुमार रहे.

SOG और सर्विलांस टीम से प्रभारी मनीष मिश्र, दरोगा अरुण प्रताप सिंह, गौरव सिंह, सर्विलांस सेल से दरोगा अमित यादव, कांस्टेबल अश्वनी सिंह, एसओजी टीम से हेड कांस्टेबल चन्द्रभान यादव, ब्रह्मदेव सिंह, कांस्टेबल रामशंकर, पवन तिवरी, मनीष बघेल शामिल रहे.