ईरानी गैंग पर कसा शिंकजा: रजिस्टर्ड हुआ गैंग, व्यापारी से लूटे थे 8 लाख रुपए...

Irani gang tightened up: The gang was registered, looted 8 lakh rupees from the businessman. गाजीपुर के व्यापारी से 8 लाख रुपए की लूट करने वाले ईरानी गैंग पर कमिश्नरेट पुलिस ने शिकंजा कस दिया है. बदमाशों के गैंग का रजिस्ट्रेशन हो गया है.

ईरानी गैंग पर कसा शिंकजा: रजिस्टर्ड हुआ गैंग, व्यापारी से लूटे थे 8 लाख रुपए...
ईरानी गैंग के यह शातिर बदमाश गिरफ्तार किए गए है।

वाराणसी, भदैनी मिरर। हाई प्रोफाइल ढंग से पुलिस बनकर शहर में लूट करने वाले अंतरराज्यीय ईरानी गैंग पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। छह अपराधियों पर मुकदमा धारा 3(1) यूपी. गैंगस्टर एक्ट रजिस्टर्ड किया गया। इन अपराधियों पर वाराणसी में ही दिन-दहाड़े 8 लाख रुपए के लूट करने का आरोप था। 1 अप्रैल को कबीरचौरा स्थित चौराहे पर पुलिस के हत्थे चढ़े इस गैंग के सदस्यों पर 7,37,000 रुपए नगद, एसयूवी टवेरा और 2 बाइक भी बरामद की गई थी। इन्होंने एक व्यापारी के साथ लूटपाट किया था। पुलिस ने इनके बारे में बताया है कि ये पुलिस के अधिकारी और अन्य सरकारी विभाग के अधिकारी बन कर चेकिंग करते हैं और लूट के अपराध को अंजाम देते हैं। ये बड़े ही शातिर किस्म के अपराधी हैं, जो भारत के राज्यों में घूम-घूम कर अपने गैंग के साथ अपराध को बढ़ावा देते हैं। इनका कार्य क्षेत्र पूरे भारत भर में फैला है।

टीम ने कड़ी मशक्कत से पकड़ा

पुलिस कमिश्नरेट ए. सतीश गणेश के निर्देश पर अपराधियों के विरूद्ध यह जांच हुई। इस केस को चौक थाने में दर्ज किया गया था। जहां पर दशाश्वमेध क्षेत्र के एसीपी (सहायक पुलिस आयुक्त) अवधेश कुमार पांडेय और उनकी टीम ने इन अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया था। वाराणसी के पुलिस कमिश्नरेट ए. सतीश गणेश द्वारा अपराध और अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाया गया है। इसके तहत पुलिस उपायुक्त ज़ोन काशी में राम सेवक गौतम और पुलिस उपायुक्त राजेश पांडेय के साथ ही अवधेश पांडेय को खोजबीन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

इनकी हुई थी गिरफ्तारी

गैंग के इन सदस्यों की गिरफ्तारी अवधेश कुमार पांडेय के साथ प्रभारी निरीक्षक चौक शिवाकांत मिश्र की टीम और वाराणसी सर्विलांस टीम द्वारा 24 मार्च को गाजीपुर से वाराणसी आए व्यापारी तबरेज अहमद को गिरफ्तार किया गया। इस गैंग में अबु हैदर अली, ईमरान अली बेग यावर अली बेग, मो. कासिम, सैय्यद अबु थरब, यश सरवर अली, गुलाम जाकिर जाफरी और मेहंदी हसन पुत्र राहत अली शामिल हैं। इन्हें 1 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था।