रिटायर्ड रेलवे अफसर को दाई के पति-पुत्र ने उतारा था मौत के घाट, बंधक बनाकर लूट लिया था घर का सामान, पुलिस टीम को मिला इनाम...
रामनगर में रेलवे अफसर को उनके घर में बंधक बनाकर लूट करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसके घर में दाई का काम करने वाली महिला के पति और पुत्र है. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 5 हजार के इनाम की डीसीपी काशी जोन ने घोषणा की है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। रेलवे से सेवानिवृत्त अकाउंटेंट अक्षवर नाथ वर्मा की हत्या उनके घर में काम करने वाली दाई के पति राजेश राजभर और उसके पुत्र अन्नू राजभर ने मिलकर की थी। पुलिस ने विवेचना के दौरान सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस सेल की मदद ली तो इस सनसनीखेज घटना का अनावरण हो पाया। रामनगर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने दाई के पति राजेश राजभर और उसके पुत्र अनु राजभर को टेंगडा मोड़ विश्वसुंदरी पुल से गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी काशी जोन रामसेवक गौतम ने मामले का खुलासा शनिवार को किया।
डीसीपी ने बताया की गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार किया है। उनकी निशानदेही पर लूटे गई सामग्री, हत्या में प्रयोग की गई रस्सी और गमछा बरामद किया गया है। उनके पास से पुलिस ने लूटे के समान को बेचकर रखे गए 11300 रुपए भी बरामद किया है। गिरफ्तार पिता-पुत्र दोनो ने पूछताछ में बताया की वह पहले रस्सी से मिलकर हाथ-पैर को बांधे और मुंह को दबाया। इसके बाद गले को गमछे से दबाकर धारदार हथियार से सिर पर वार कर मौत की नींद सुनाया। उसके बाद बड़े इत्मीनान से समान को समेटकर दरवाजा बाहर से बंदकर निकल गए।
पुलिस लेगी कस्टडी रिमांड
डीसीपी काशी जोन ने बताया कि आरोपी पिता-पुत्र के अपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है। पुलिस कस्टडी रिमांड लेने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र देगी। कस्टडी में लेकर इन से गहनता से पूछताछ कर, गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। इस ब्लाइंड मर्डर को खोलने के लिए टीम की डीसीपी काशी जोन ने अपनी ओर से 25000 रुपए नगद राशि इनाम देने की घोषणा की है।
टीम में यह रहे शामिल
खुलासा करने वाली पुलिस टीम में रामनगर से प्रभारी निरीक्षक अश्वनी पाण्डेय, एसएसआई विजय कुमार यादव, दरोगा राकेश कुमार सिंह, कांस्टेबल सुमित कुमार यादव, कांस्टेबल शशि कुमार, कांस्टेबल आदर्श सिंह और कांस्टेबल रणधीर गौड़ शामिल रहे। वहीं क्राइम ब्रांच से सर्विलांस प्रभारी अंजनी कुमार पाण्डेय, दरोगा बृजेश कुमार मिश्र, दरोगा राजकुमार पाण्डेय, हेड कांस्टेबल जितेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल विवेक मणि त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल प्रमोद सिंह, हेड कांस्टेबल संतोष शाह, कांस्टेबल अमित शुक्ला, कांस्टेबल आलोक मौर्या, कांस्टेबल नीरज मौर्या, कांस्टेबल सूरज सिंह, कांस्टेबल शक्तिधर पाण्डेय, कांस्टेबल अनूप कुशवाहा, कांस्टेबल मृत्यून्जय सिंह, कांस्टेबल बालमुकुन्द मौर्या और हेड कांस्टेबल चालक उमेश सिंह शामिल रहे।
खून से लथपथ मिला था शव
मूल रूप से बिहार के सासाराम के रहने वाले रेलवे के रिटायर्ड अफसर अक्षयवर नाथ वर्मा (67) की रामनगर (वाराणसी) स्थित उनके मकान में घुसे बदमाशों ने सिर पर वार कर 20 मई को हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद पूरे घर को हमलावरों ने खंगाला था। घटना की जानकारी जब हुई जब अक्षयवर नाथ वर्मा को खोजते हुए उनका परिचित घर आया। काफी आवाज लगाने के बाद जब घर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो उनके किरायदार और परिचित ने दरवाजा खोला तो वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिरे मिले थे।