फांसी लगाकर इलेक्ट्रिशियन ने की आत्महत्या, कमरें से आई तेज आवाज तो परिजनों को हुई जानकारी...
वाराणसी,भदैनी मिरर। घरों में बिजली बनाने का कार्य करने वाले 32 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर अपनी ईहलीला समाप्त कर ली। घटना की जानकारी तब हुई जब कमरें से तेज आवाज आई। सूचना पर पहुंची पुलिस से शव को पंचायतनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वही माँ का रो-रोककर बुरा हाल था।
मिली जानकारी के मुताबिक लंका के कृष्णानगर कॉलोनी निवासिनी उषा देवी के तीन पुत्र है। बड़ा भाई विजय ऑटो चलाता है जबकि उससे छोटा विजय गाड़ी पंचर की दुकान चलाता है और सबसे छोटा दिलीप विश्वकर्मा घरों की बिजली और वायरिंग का काम करता है। उषा के सबसे छोटे पुत्र दिलीप विश्वकर्मा (32) वर्ष ने अपने कमरे में कपड़ा टांगने वाले हुक में फंसाकर रस्सी के सहारे झूल गया।
मृतक की भाभी सरिता को जब अचानक कमरे से तेज आवाज सुनाई दी तो वह भागकर देखी तो जमीन पर दिलीप गिरा हुआ था। भारी वजन होने से हुक टूट गया और दिलीप गिर गया। सरिता की चीख-पुकार सुनकर परिवार के अन्य समस्य आये और पुलिस को सूचना दी। जब तक परिजन कुछ समझ पाते दिलीप के प्राण पखेरू उड़ चुके थे। माँ उषा ने बताया कि दारु पीने की लत होने से अभी दिलीप की शादी नहीं हुई थी।