काशी में प्रवाहित हुई सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की अस्थिकलश, बहन उषा मंगेशकर सहित परिवारीजन रहे मौजूद...

The ashes of the empress Lata Mangeshkar flowed in Kashi, family members including sister Usha Mangeshkar were present. भारत रत्न लता मंगेशकर का अस्थि कलश मंगलवार को विधि विधान से पूजन के बाद अहिल्याबाई घाट पर विसर्जित कर दिया गया.

काशी में प्रवाहित हुई सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की अस्थिकलश, बहन उषा मंगेशकर सहित परिवारीजन रहे मौजूद...
विधि-विधान से पूजन करवाती लता मंगेशकर की बहन उषा मंगेशकर।

वाराणसी,भदैनी मिरर। सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का अस्थि कलश विधि-विधान से पूजन-अर्चन के बाद अहिल्याबाई घाट पर गंगा में प्रवाहित कर दिया गया। इस दौरान उनकी बहन उषा मंगेशकर सहित परिवार के लोग मौजूद रहे। बता दें, लता मंगेशकर को बनारसी साड़ी खूब भाती थी। गौरीगंज (भेलूपुर) के साड़ी कारोबारी अरमान अहमद प्यार से लता जी को 'अम्मा' कहते है और उनके ऑर्डर पर साड़ी बनाकर खुद मुम्बई ले जाते थे।

6 फरवरी को लिया था अंतिम सांस

लता मंगेशकर का मुंबई में लंबी बीमारी के बाद 6 फरवरी 2022 को  निधन हो गया था। उनके निधन होने के बाद उनकी चिता से अस्थियों का संकलन कर वाराणसी में गंगा घाट पर ले जाकर विसर्जन की जानकारी पूर्व में ही परिवार की ओर से दी गई थी।

इस बाबत सुर साम्राज्ञी के निधन के एक माह के बाद आखिरकार उनकी अस्थियों को मोक्ष नगरी काशी में गंगा तट पर ले जाकर विसर्जन की तैयारियां शुरू हुईं। घाट पर श्रीकांत पाठक के आचार्यत्‍व में पूरे वैदिक परंपराओं के अनुरूप लता मंगेशकर की अस्थियों के कलश का पूजन कर उनको रीति रिवाजों के अनुरूप गंगा में विसर्जित किया गया। इस दौरान लता मंगेशकर के परिवार से उनकी बहन उषा मंगेशकर अस्थिकलश को लेकर आई थीं। गंगा में अस्थिकलश का विसर्जन करने के लिए वह पूर्व में ही वाराणसी पहुंच गई थीं।