कड़ी सुरक्षा में शुरु हुआ ज्ञानवापी का सर्वे, क्या मिटेगा वर्षों पुराना कलंक?

ज्ञानवापी प्रकरण में इलाहाबाद हाईकोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद शुक्रवार की सुबह से ज्ञानवापी परिसर के ASI सर्वे का काम शुरू हो गया।

कड़ी सुरक्षा में शुरु हुआ ज्ञानवापी का सर्वे, क्या मिटेगा वर्षों पुराना कलंक?

वाराणसी,भदैनी मिरर। ज्ञानवापी प्रकरण में इलाहाबाद हाईकोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद शुक्रवार की सुबह से ज्ञानवापी परिसर के ASI सर्वे का काम शुरू हो गया। इसके साथ ही पूरे विश्वनाथ मंदिर परिसर समेत पूरे परिक्षेत्र में सुरक्षा के मद्देनजर गेट नं० 4 पर अतिरिक्त फ़ोर्स तैनात की गई है।  सुबह से ही इस क्षेत्र से वाहनों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। 


गुरुवार को ही पुलिस प्रशासन ने कस ली थी कमर

बता दें कि शुक्रवार को जुमे की नमाज और ASI सर्वे को देखते हुए गुरुवार से ही कमिश्नर अशोक मुथा जैन के निर्देशानुसार पुलिस महकमें ने पूरी तैयारी कर ली थी। जिसके तहत शुक्रवार को ASI टीम के मस्जिद परिसर में एंट्री करते ही गेट नं० 4 को पूरी तरह से खाली करा दिया गया। ज्ञानवापी जाने वाले मार्ग को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया। साथ ही साथ मीडिया को भी ज्ञानवापी से दूर रखा गया है। ज्ञानवापी को देखते हुए सोशल मीडिया पर भी पुलिस की पैनी नजर है।


हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ शुरू हुआ सर्वे

सर्वे सुबह 7:30 पर शुरू होते ही हिंदू पक्ष ने सर्वे शुरू होने पर हर हर महादेव के नारे से उद्घोष किया। ज्ञानवापी स्थित वजू खाने को छोड़कर शेष अन्य हिस्से का सर्वे एएसआई की टीम कर रही है। एएसआई की टीम ने बिना मशीनों के प्रयोग से ही पूरे परिसर का नक्शा शीट पर उतारा।ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम पहले टोपोग्राफी के द्वारा सर्वे करेगी। पहले चरण में 2 से 3 दिन तक पूरे परिसर का नक्शा तैयार किया जाएगा। इसके बाद उसके भौगोलिक ढांचे को समझा जाएगा। पांचवे दिन से रडार व कार्बन डेटिंग तकनीक के जरिए ज्ञानवापी के इतिहास की जानकारी जुटाने की प्रक्रिया शुरू होगी। ज्ञानवापी परिसर का पूरा सर्वे 15 दिन में पूरा होने की उम्मीद है। 


मिटेगा वर्षों पुराना कलंक

 हिंदू पक्ष की वादी महिला सीता साहू ने कहा कि सर्वे से सच्चाई सामने आएगी। वर्षों पुराना कलंक मिटाया जा सकेगा। सुरक्षा के मद्देनजर गोदौलिया से चौक तक जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है। दर्शनार्थियों को केवल दोनों तरफ से दर्शन के लिए बैरिकेडिंग से जाने की अनुमति है। बांस फाटक पर रास्ता बंद कर दिया गया है। हिन्दू पक्ष के पैरोकार सोहन लाल आर्य ने बताया कि ASI सर्वे शुरू हो गया है। अब ज्ञानवापी की सच्चाई सामने आएगी। 

मुस्लिम पक्ष पहुंचा सुप्रीम कोर्ट

दूसरी पर मुस्लिम पक्ष का इस सर्वे में किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं है। वे पहले भी इस सर्वे का बहिष्कार करते हुए सुप्रीम कोर्ट गए थे। आज भी हाइकोर्ट के आदेश के खिलाफ आज अपनी याचिका लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। जिसपर पर आज सुनवाई होगी।