SMS कॉलेज के वार्षिकोत्सव में रैंप वॉक कर छात्रों ने बिखेरा जलवा, बोले आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र- छात्रों में विकसित हो समाज कल्याण की भावना...
स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट साइन्सेस (एस.एम.एस.) के 28वें स्थापना दिवस समारोह आधारशिला 2022 का आयोजन गुरुवार को किया गया।
वाराणसी,भदैनी मिरर। स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट साइन्सेस (एस.एम.एस.) के 28वें स्थापना दिवस समारोह आधारशिला 2022 का आयोजन गुरुवार को किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि आयुष मंत्री, स्वतन्त्र प्रभार उत्तर प्रदेश सरकार डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने इस अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि संस्था द्वारा विगत वर्षों में अर्जित अनगिनत उपलब्धियां इस संस्था के आभूषण हैं। उन्होंने कहा कि इस बदलते हुए परिवेश में आज जब शिक्षण व शिक्षा को लेकर वैश्विक मानदंड तय हो रहे हैं, ऐसे में नवीन शिक्षा नीति के तहत यह संस्थान उन मानदंडों पर पूर्णतः खरा उतर रहा है। उन्होंने संस्थान के विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि बहुमुखी प्रतिभा के विकास के साथ साथ ग्राहयता के गुण को भी आत्मसात करना आज के संदर्भ में समीचीन हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को समकालीन परिवेश में सामाजिक सरोकार के गुण का भी विकास करना चाहिए दरअसल 21वीं सदी में व्यक्तित्व विकास के प्रमुख कारकों में से एक प्रमुख कारक देश समाज कल्याण के लिए समर्पण भाव भी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मानस मर्मज्ञ आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि यह बेहद गौरव का क्षण है कि एस०एम०एस०ए वाराणसी ने आज अपने 28 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को रामायण प्रसंग का उद्धरण देते हुए समझाया कि प्रबंधन में यह जरूरी है कि संदर्भ के अनुसार आचरण करें और प्रत्येक आचरण शील से आबद्ध होना चाहियें। जीवन प्रबंधन पर जोर देते हुए आचार्य जी ने कहा कि आपकी शिक्षा सिर्फ व्यावसायिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए नहीं बल्कि आपकी शिक्षा सुंदर, समाजोपयोगी, राष्ट्रोपयोगी, राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण, मातृभूमि, माता-पिता एवं गुरुओं के प्रति सम्मान का भाव जागृत करने वाली होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इस भाव का अभाव है तो वह शिक्षा व्यर्थ है।
समारोह में विशिष्टजनों का स्वागत करते हुये संस्थान के निदेशक प्रो. पी. एन. झा ने कहा कि संस्थान के 28 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने का यह क्षण ऐतिहासिक है तथा एस.एम.एस. परिवार के लिये एक सुखद अनुभूति है। उन्होंने संस्थान से जुड़े समस्त साझेदारों को धन्यवाद प्रदान करते हुये कहा कि उन्हीं की शुभकामनाओं एवं आर्शीवाद द्वारा एस.एम.एस. ने राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर अपनी एक अलग पहचान बनायी है। प्रो झा ने संस्थान के संस्थापक निदेशक स्व0 प्रो. मुकुन्द लालजी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि प्रो. मुकुन्द जी की दूरदृष्टि और दृढ़ आत्मविश्वास ने इस संस्थान को एक अलग पहचान दी है।
उद्घाटन सत्र के बाद कई सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें प्रतियोगी स्पर्धायें एकल एवं सामूहिक गायन, एकल एवं सामूहिक नृत्य, बिजनेस क्विज, अन्त्याक्षरी, एड एवं पोस्टर मेंकिंग एवं रंगोली मेंकिंग का आयोजन हुआ। इसमें लगभग 18 महाविद्यालयों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण फैशन शो रहा जिसमें कॉलेज के स्नातक एवं परास्नातक के छात्र.छात्राओं ने रैंप वॉक में अपना जलवा बिखेरा। प्रबन्ध समिति द्वारा अपने कर्मचारियों जिन्होंने संस्थान को अनवरत 25, 20, 15 एवं 10 वर्षों से अपनी सेवायें प्रदत्त की हैं, को सम्मानित किया गया। उदघाटन का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन आधारशिला की समन्वयक डा. पल्लवी पाठक ने किया । इस अवसर पर संस्थान के अधिशासी सचिव डा.एम.पी सिंह, कुलसचिव संजय गुप्ता, निदेशक प्रो. पी.एनण्झा उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में एसएमएस के अधिशासी सचिव डा.एम.पी सिंह ने अतिथियों को अगवस्त्रम एवम् स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।