बाबरी विध्वंस की बरसी पर दालमंडी सहित कई ईलाकों में मुस्लिम कारोबारियों ने बन्द रखीं दुकानें, फोर्स रही मुस्तैद

अयोध्या के बाबरी विध्वंस की 30वीं बरसी पर मंगलवार को मुस्लिम कारोबारियों ने अपनी दुकाने बन्द कर काला दिवस मनाया।

बाबरी विध्वंस की बरसी पर दालमंडी सहित कई ईलाकों में मुस्लिम कारोबारियों ने बन्द रखीं दुकानें, फोर्स रही मुस्तैद

वाराणसी,भदैनी मिरर। अयोध्या के बाबरी विध्वंस की 30वीं बरसी पर मंगलवार को मुस्लिम कारोबारियों ने अपनी दुकाने बन्द कर काला दिवस मनाया। इस दौरान दालमंडी नई सड़क, कपड़ा मार्केट, बेनियाबाग, सरायहड़हा, भिखाशाह गली, नारियल बाजार, छत्तातले, घुघरानी गली, कच्ची सराय, चाहमामा, कोदई चौकी और चौक आदि क्षेत्रों की दुकाने बन्द रही। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस भी तैनात रही।

शेख मोहम्मद अली की भी मनी बरसी

वहीं मुस्लिम लोगों ने अपने घरों, दरगाहों और मस्जिदों में दुआख्वानी की। इसके साथ ही शहर के दरगाह फातमान पर कल रात से शेख मोहम्मद अली की 264वीं बरसी मनाई जा रही है। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता हाजी फरमान हैदर ने कहा कि दरगाह फातमान के संस्थापक और अरबी-फारसी के विद्वान शेख मोहम्मद अली की बरसी पर फातमान पर ही हम बाबरी विध्वंस का भी गम मना रहे हैं। वहीं, मुल्क के लोगों को शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। हम सबकी सलामती की दुआ करते हैं।

बंदी की अपील के साथ देते थे धरना

हर साल आलमीन सोसायटी ने वाराणसी में इस दिन बंदी की अपील करती थी। शिवाला में अध्यक्ष परवेज कादिर खां की अगुवाई में धरना दिया जाता था। शिवाला पर धरना प्रदर्शन किया जाता था और बनारस बंद की अपील जाती थी। मगर कुछ साल पहले अमनो-मिल्लत बनाए रखने के लिए यह आयोजन बंद हो गया। लेकिन, बनारस के मुस्लिम अपना कारोबार बंद करके अपने गम का इजहार करते ।