गेस्ट हाउस में सेक्स रैकेट: ऐसे होती थी ग्राहकों की डीलिंग, उठे सवाल - आखिर स्पॉ सेंटर में क्या..!
पुलिस ने गेस्ट हाउस में छापेमारी कर सेक्स रैकेट का खुलासा किया है तबसे सवाल उठने लगे है कि क्या पुलिस की मिली भगत से स्पॉ सेंटर संचालित हो रहे है?
वाराणसी,भदैनी मिरर। लंका पुलिस ने अरोमा गेस्ट हाउस में छापेमारी कर दूसरे तल्ले से आपत्तिजनक हालत में एक ग्राहक संग एक युवती को पकड़ा, जिसके बाद सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ. पुलिस ने गेस्ट हाउस से पांच युवतियों और एक ग्राहक को हिरासत में लेकर शक्तिवर्धक दवाइयां और आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की. पुलिस को संचालक सहित दो व्यक्तियों की तलाश है. गिरफ्तार पांच युवतियों में दो दिल्ली, कुशीनगर, गोरखपुर और ग्रेटर नोएडा की है. जबकि ग्राहक फुलवारियां कैंट का रहने वाला है.
छापेमारी के बाद उठने लगे सवाल
सेक्स रैकेट के खुलासे के बाद दबे जुबान आम जनता में चर्चा है कि स्पॉ सेंटर में भी यहीं अनैतिक कार्य होता है, लेकिन वहां पुलिस क्यों नहीं छापेमारी करती है? शहर को जानने वाले कई बुजुर्ग बताते है कि पुलिस की मिली भगत के बिना स्पॉ सेंटर नहीं चल सकता. स्पॉ सेंटर में न तो प्रशिक्षित और जानकार मालिश करने वाले है न ही पंचकर्म से संबंधित किसी के पास प्रोफेशनल सर्टिफिकेट. आखिर यह कौन सा मालिश है जहां पुरुषों का मालिश केवल महिलाएं करती है? आखिर बंद कमरे में कौन सा मालिश होता है यह जनता सवाल करने लगी है.
ग्राहक और होटल करवाते थे मुहैया
लंका के गेस्ट हाउस से गिरफ्तार युवतियों ने पुलिस पूछताछ में बताया की फरार जिन दोनों युवकों की तलाश है वहीं युवतियों को होटल और ग्राहक मुहैया करवाते थे. उन्होंने ही लड़कियों को अरोमा गेस्ट हाउस में बुलाया था, छापेमारी से पहले दोनों युवतियों के लिए भोजन लेने गए थे. युवतियों ने बताया कि ग्राहक जो पैसे देते है उसी में दोनों भी कमीशन लेते है. गिरफ्तार ग्राहक ने बताया कि फरार दोनों ने युवतियों की फोटो व्हाट्सएप पर भेजकर बुलाया था.
किराए पर चलाता था गेस्ट हाउस
गिरफ्तार युवतियों ने बताया की संचालक भी पूरी तरह इस धंधे में संलिप्त है. ग्राहक से संचालक दो से चार हजार रुपए वसूलता था. संचालक गोरखपुर का रहने वाला है उसने लंका निवासी एक व्यक्ति का मकान गेस्ट हाउस चलाने के लिए 60 हजार रुपए किराए पर लिया था.
बैठक में उठा था स्पॉ और हुक्का बार का मुद्दा
विधान परिषद की संसदीय एवं सामाजिक सद्भाव समिति की समीक्षा बैठक 14 जुलाई को सर्किट हाउस सभागार में हुई थी. बैठक की अध्यक्षता समिति के सभापति आशुतोष सिन्हा ने की थी. सदस्य के रूप में एमएलसी लाल बिहारी यादव, अन्नपूर्णा सिंह, सुरेंद्र चौधरी उपस्थित रहे. इस बैठक में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम और पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे. बैठक में वाराणसी में चल रहे अवैध सट्टे के कारोबार को बंद कराने का मुद्दा उठा था. इसके अलावा शहर में धड़ल्ले से चल रहे हुक्का पार्लर और स्पॉ सेंटर के आड़ में हो रहे अनैतिक कार्यों को रोकने के भी निर्देश दिए गए थे.