MGKVP : पत्रकारिता विभाग में सेमिनार का आयोजन, क्लाइमेट चेंज और इसके प्रभाव पर हुई चर्चा

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के महामना मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता संस्थान के सभागार में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान पत्रकारिता की शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं के साथ यह सेमिनार जलवायु परिवर्तन और जन स्वास्थ्य पर पड़ रहे इसके प्रतिकूल प्रभावों पर केन्द्रित रहा. इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य उभरते हुए पत्रकारों को पर्यावरणीय मुद्दों पर संवेदित करना था. 

MGKVP : पत्रकारिता विभाग में सेमिनार का आयोजन, क्लाइमेट चेंज और इसके प्रभाव पर हुई चर्चा

वाराणसी, भदैनी मिरर। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के महामना मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता संस्थान के सभागार में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान पत्रकारिता की शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं के साथ यह सेमिनार जलवायु परिवर्तन और जन स्वास्थ्य पर पड़ रहे इसके प्रतिकूल प्रभावों पर केन्द्रित रहा. इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य उभरते हुए पत्रकारों को पर्यावरणीय मुद्दों पर संवेदित करना था.

सेमिनार की शुरुआत संस्थान के निदेशक डॅा. नागेन्द्र कुमार सिंह के द्वारा हुई. उन्होंने क्लाइमेट एजेंडा के अतिथियों का स्वागत करते हुए ऐसे आयोजनों की सार्थकता पर प्रकाश डाला. क्लाइमेट एजेंडा की निदेशक एकता शेखर ने संस्था के द्वारा किये जा रहे प्रयासों के बारे में बात की. इसके साथ, उन्होंने जलवायु परिवर्तन के कारणों और मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों की विस्तार से चर्चा की.

इस चर्चा की ख़ास बात ये रही की उन्होंने जलवायु परिवर्तन के वैज्ञानिक पहलू पर भी बारीकी से प्रकाश डाला. और इस बात का ख्याल रखा की वैज्ञानिक व्याख्या कितने सरल भाषा और शब्दावली में छात्र-छात्राओं को समझाया जा सके. इस बातचीत के दौरान उन्होंने उपस्थित समुदाय से अपील भी की कि भविष्य के पत्रकार इस बात की विशेष तस्दीक रखे की पर्यावरण से जुड़े मुद्दों की व्याख्या आमजन के लिए कैसे सरलतम और स्थानीय शब्दों में हो. 

अंत में, क्लाइमेट एजेंडा की ओर से कैम्पेनर मनीष सिन्हा ने बताया कि जलवायु परिवर्तन का सीधा प्रभाव अब दिखने लगा है. जलवायु परिवर्तन के कारण ही दुबई जैसे जगहों पर बारिश हो रही है. वहीं अपने देश में  भी मौसम चक्र में काफ़ी बदलाव आ गया है. इसलिए ये जरुरी है की संवेदनशील पत्रकारिता की मदद से आम लोगों और नीति निर्माताओं को पर्यावरणीय विषयों पर सचेत किया जाए. पत्रकार इंटरनेट और संचार क्रांति के दौर में विभिन्न माध्यमों का प्रयोग कर जनता तक जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चीजें ले जा सकते हैं.

कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी करते हुए पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, कूड़े का निस्तारण और बिजली से संचालित ई-वी  वाहनों का भविष्य जैसे महत्वपूर्ण सवाल पूछे. कार्यक्रम का सञ्चालन और धन्यवाद ज्ञापन पत्रकारिता संस्थान के वरिष्ठ शिक्षक प्रो वशिष्ठ नारायण सिंह ने किया. इस अवसर पर संस्था के सभी छात्र छात्राएं और अन्य फैकल्टी मौजूद रहे.