Sawan 2024: शिव मंदिरों के द्वार-भक्तों की लगी कतार, सावन के दूसरे सोमवार पर बाबा का होगा विशेष शृंगार
सावन के दूसरे सोमवार पर भोले की नगरी काशी बम- बम हो गई है. भगवान के अति प्रिय मास सावन में भक्तों का हुजूम पूरे उत्साह से नाचते-गाते शिव मंदिर की ओर पहुंच रहे है. काशी विश्वनाथ मंदिर भी भक्तों का पुष्पवर्षा कर स्वागत कर रहा है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। सावन के दूसरे सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर सहित मार्कण्डेय महादेव, तिलभांडेश्वर, बीएचयू विश्वनाथ मंदिर, सारंगनाथ सहित सभी देवालयों में भोर से श्रद्धा की कतार लगी है. सोमवार को बाबा का जलाभिषेक करने के लिए रविवार रात से ही कावड़ियों संग आम श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद पंक्तिबद्ध हो गए. जैसे ही बाबा के मंगला आरती के बाद पट खुला ' हर-हर महादेव' और ' बम- बम भोले' के उद्घोष से पूरा इलाका गूंज उठा.
बाबा का कपाट खुलते ही मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा और मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा की. वहीं सावन के प्रत्येक सोमवार को होने वाले विशेष शृंगार के क्रम में श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के गौरीशंकर स्वरूप का विशेष श्रृंगार होगा. सावन के पहले सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ खुद पहुंचकर भक्तों पर पुष्पवर्षा की थी और व्यवस्थाओं का हाल जाना था. श्रद्धालुओं से मिले फीडबैक के बाद व्यवस्थाओं को और भी बेहतर बनाने के निर्देश दिए थे.
बाबा के भक्त श्री विश्वेश्वर के चौखट तक सरलता और सुगमता से पहुंच कर जलाभिषेक कर सकें, इसके लिए योगी सरकार लगातार व्यवस्थाओं में बढ़ोतरी और सुधार करती जा रही है. इसके तहत सावन के दूसरे सोमवार से दर्शनार्थियों को भीड़ से बचाने के लिए एक लाइन लगाई जाएगी और धाम की क्षमता के अनुसार ही बैरिकेडिंग कर भक्तों को धाम में प्रवेश दिए जाने की व्यवस्था बनाई गई है. सावन के दूसरे सोमवार को सभी प्रवेश मार्गों से कतार व्यवस्था को एकीकृत करते हुए सिंगल लाइन की व्यवस्था रखी गई है, जिससे दर्शनार्थियों को लाइन व्यवस्था में भीड़ का सामना न करना पड़े. प्रत्येक 50 मीटर पर लाइन व्यवस्था को नियंत्रित रखने के लिए बैरियर लगाया गया है. धाम में लगे बैरिकेडिंग की क्षमता के अनुसार ही दर्शनार्थियों को छोड़ा जा रहा है. सावन के पहले सोमवार की भांति दूसरे सोमवार को भी नंदूफेरिया, सिल्को गली, ढुंढिराज गणेश, ललिता घाट, सरस्वती फाटक प्रवेश मार्ग से श्रद्धालु बाबा के चौखट तक पहुंच रहे है.