SC के जस्टिस ने संस्कृत विश्वविद्यालय में रखीं दुर्लभ पांडुलिपियों का किया अवलोकन
सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा गुरुवार को सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंचे। वीसी प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने अँगवस्त्रम, स्मृतिचिन्ह एवं पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन किया गया।
वाराणसी। सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा गुरुवार को सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंचे। वीसी प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने अँगवस्त्रम, स्मृतिचिन्ह एवं पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन किया गया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति ने सरस्वती भवन मे रखे एक लाख से अधिक दुर्लभ पाण्डुलिपियों को देखकर अभिभूत हो गए। इसमें स्वर्णपत्र आच्छादित, लाक्षपत्र पर कमवाचा, स्वर्णाक्षरयुक्त रास पंचाध्यायी संरक्षित हैं। इसके साथ ही वेद, कर्मकांड, वेदांत, सांख्य योग, धर्मशास्त्र, ज्योतिष, मीमांसा, न्याय वैशेषिक, साहित्य, व्याकरण और आयुर्वेद की दुर्लभ पांडुलिपियों रखी गई हैं। इसके बाद मुद्रित ग्रन्थालय में ढाई लाख पुस्तकें एवं ग्रंथ का अवलोकन किया। न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा भारतीय परिधान धोती, कुर्ता पहनकर संस्कृत एवं संस्कृति के भाव में दिखे। उन्होंने कहा कि, यह विश्वविद्यालय शास्त्रों से युक्त है। यहां के पाण्डुलिपि अत्यंत दुर्लभ है इसके समुचित संरक्षण एवं अध्ययन की आवश्यकता है।