पत्रकार सुलभ मौत प्रकरण: आक्रोशित जनता ने निकाला जुलूस, परिजनों को आर्थिक सहयोग और उच्चस्तरीय जांच की मांग...
बीते रविवार को प्रतापगढ़ के लालगंज से लौटते समय संदिग्ध दशा में पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत हुई थी। जिसके बाद पत्रकारों में जबरदस्त आक्रोश है। कुछ दिन पहले ही सुलभ ने एडीजी प्रयागराज जोन को शिकायती प्रार्थना लिखकर जान, माल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। उन्होंने कहा था कि नकली शराब को लेकर दिखाई गई स्टोरी के बाद शराब माफिया उनके पीछे पड़ गए है।
वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रतापगढ़ में हुई पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध मौत को लेकर अब आमजन भी आक्रोशित हो गए है। बुधवार को घटना से आक्रोशित भारतीय उद्योग व्यापार एसोसिएशन ने लहुराबीर चौराहे से मलदहिया चौराहे तक जुलूस निकालकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत केसरी ने पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध मौत पर उच्च स्तर की जांच करने व पत्रकारों को विशेष सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की। इस दौरान एसोसिएशन के लोगों ने पत्रकार के परिजनों को आर्थिक मदद देने की मांग की। इस दौरान लोगों ने कहा कि घटना में संलिप्त सभी लोगों के चेहरे उजागर होने चाहिए, सफेदपोश और माफियाओं ने मिलकर दुर्घटना कर मौत के घाट उतारा है।
विरोध प्रदर्शन में रही इनकी उपस्थिति
जुलूस में डॉ अनूप कुमार जायसवाल महाराष्ट्रीय सचिव, आशुतोष कुमार वर्मा राष्ट्रीय सचिव, बृजेश निगम, मनविंदर सिंह बग्गा प्रदेश अध्यक्ष, अभिषेक सोनकर (बंटी) मंडल अध्यक्ष, विजेंद्र कुमार जिलाध्यक्ष, जिया लाल सोनकर वाराणसी प्रभारी, सौम्या सिंह कार्यालय प्रभारी, राजेश मौर्य, सुंदरम पांडे, रंजन दुबे, गोपाल यादव, मुंद्रिका सिंह यादव, पंकज आदि लोग उपस्थित रहे।
पीसीआई ने लिया स्वतः संज्ञान
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) ने घटना का स्वतः संज्ञान लिया है। पीसीआई के अध्यक्ष न्यायमूर्ति चन्द्रमौली प्रसाद ने उत्तर प्रदेश सरकार, डीआईजी उत्तर प्रदेश, जिलाधिकारी प्रतापगढ़, पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ से घटना के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है। इसके साथ ही एडिटर्स गिल्ड ने भी घटना की भतर्सना करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई पर आश्चर्य जताया है।