महिला अब अबला नारी नहीं, अब वह दुर्गा काली हैं....दुष्कर्म और महिलाओं पर बढ़ रहे आत्याचार के विरोध में निकली आक्रोश रैली

महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार और दुष्कर्म के विरोध में मैदागिन से लेकर आज़ाद पार्क लहुराबीर तक महिलाओं द्वारा आक्रोश रैली निकाली गई.

महिला अब अबला नारी नहीं, अब वह दुर्गा काली हैं....दुष्कर्म और महिलाओं पर बढ़ रहे आत्याचार के विरोध में निकली आक्रोश रैली

वाराणसी, भदैनी मिरर। महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार और दुष्कर्म के विरोध में मैदागिन से लेकर आज़ाद पार्क लहुराबीर तक महिलाओं द्वारा आक्रोश रैली निकाली गई. जो मैदागि कंपनी गार्डन से शुरु हुई और आजाद पार्क लहुराबीर पर जाकर समाप्त हुई.

इस आक्रोश रैली के जरिए समाज में गलत लोगों को यह संदेश दिया गया कि महिला अब अबला नारी नहीं है, बल्कि अब वो दुर्गा काली हैं. वह समय आने पर अपनी रक्षा खुद कर सकती है. इस दौरान महिलाओं ने लाचार कानून व्यवस्था को दुरस्त करने और त्वरित न्याय की मांग की.

इस रैली का नेतृत्व मानवाधिकार संरक्षण मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रौशन कुमार बरनवाल ने किया, जिसमें बरनवाल महिला समिति, भारतीय ग्रामीण युवा मंडल, गौ रक्षा सेवा समिति, युवा फाउंडेशन, काशी की पहचान, पूर्वांचल व्यापार मंडल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय यादव , राष्ट्रीय महासचिव घनश्याम पांडे, विनोद बरनवाल, राहुल कुमार प्रजापति, स्वेता चौबे, सुरया बनो, सोनल विश्वकर्मा, मो. अकिब, ज्योति केसरी, आकाश साहनी  व अन्य साथियो का सहयोग रहा.