चोलापुर सीएचसी पर टीबी मुक्त पंचायत के लिए लिया गया शपथ, अब घर-घर जाकर खोजे जाएंगे टीबी रोगी...
टीबी मुक्त पंचायत अभियान के तहत मंगलवार को चोलापुर ब्लाक के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), आशा संगिनी और आशा कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला का समापन हुआ.
वाराणसी, भदैनी मिरर। टीबी मुक्त पंचायत अभियान के तहत मंगलवार को चोलापुर ब्लाक के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), आशा संगिनी और आशा कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला का समापन हुआ. इस दौरान सभी प्रतिभागियों ने चोलापुर के सभी 89 पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने की शपथ ली. इसके साथ ही समुदाय को क्षय रोग के सम्पूर्ण उपचार, पोषण व भावनात्मक सहयोग, टीबी से जुड़ीं भ्रांतियों और मिथकों के बारे में जागरूक करने की ज़िम्मेदारी ली.
संवेदीकरण कार्यक्रम चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित हुआ. यह आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी व जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय के निर्देशन व पीरामल फ़ाउंडेशन के सहयोग से संपन्न हुआ. चोलापुर सीएचसी के अधीक्षक डॉ. आरबी यादव के नेतृत्व में पीरामल फ़ाउंडेशन की रूबी सिंह और अरविंद गुप्ता ने प्रतिभागियों को अभियान में उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. डॉ यादव ने बताया कि दो दिवसीय कार्यशाला में इस ब्लॉक के सभी 19 सीएचओ, 11 आशा संगिनी और 203 आशा कार्यकर्ताओं को टीबी मुक्त पंचायत अभियान के लिए प्रशिक्षित किया जा चुका है. इससे पहले सभी ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिव व सदस्यों का भी संवेदीकरण किया जा चुका है. अब ब्लॉक में सघन अभियान चलाया जाएगा. इसमें आशा कार्यकर्ता व संगिनी घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेंगी. साथ ही दो हफ्ते से अधिक खांसी, बुखार आदि लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी सूची बनाएंगी. इनकी सूची तैयार कर बलगम एकत्रीकरण का कार्य करेंगी.
सैंपल हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पहुंचाते हुए ट्रांसपोर्ट सपोर्टर के जरिए जांच के लिए लैब भेजा जाएगा. इसके अलावा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सीएचओ भी ओपीडी में क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका सैंपल लेंगी और उन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा. जांच में पॉज़िटिव आने पर रोगी को तत्काल उपचार पर रखा जाएगा. इसके साथ ही सभी क्षय रोगियों का नियमित फॉलो अप और भावनात्मक सहयोग दिया जाएगा. इस पूरे कार्य की मॉनिटरिंग पीरामल फ़ाउंडेशन करेगा. क्षेत्र के एसटीएस और एसटीएल के अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से भी सहयोग लिया जाएगा. इसके साथ ही पीरामल फ़ाउंडेशन के सहयोग से मोबाइल वैन के जरिये समुदाय को जागरूक किया जाएगा.
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी (एचईओ) शिखा श्रीवास्तव ने प्रतिभागियों से अपील की है कि अभियान को सफल बनाने के लिए अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभाएँ और पूरा सहयोग करें। समुदाय को टीबी के बारे में जागरूक करें. पंचायत स्तर पर होने वाली सभी बैठकों में टीबी को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने, टीबी रोग को न छिपाने और उसका सम्पूर्ण उपचार (एक भी दिन दवा न छूटने) कराने के बारे में प्रेरित करें। सभी के सहयोग और हर व्यक्ति तक पहुँचकर ही यह अभियान सफल हो सकता है. स्वास्थ्य केंद्र पर टीबी की जांच व उपचार की पूरी सुविधा उपलब्ध है. इसके साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत क्षय रोगियों को उपचार के दौरान हर माह 500 रुपये सीधे उनके बैंक खाते में भेजे जाते हैं.
इस कार्यक्रम में पीरामल फाउंडेशन की रूबी सिंह, अरविंद गुप्ता, मनोज, अवनीश राय के अलावा बीपीएम प्रेरणा श्रीवास्तव, बीसीपीएम सीमा यादव एवं अन्य लोगों का सहयोग रहा.