आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय में मनाया गया पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती व अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस...

डोमरी, रामनगर स्थित आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय में सोमवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती तथा अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस का कार्यक्रम किया गया.

आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय में मनाया गया पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती व अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस...

वाराणसी, भदैनी मिरर। डोमरी, रामनगर स्थित आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय में सोमवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती तथा अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस का कार्यक्रम किया गया. महाविद्यालय की निदेशिका प्रो. कल्पलता पांडेय, पूर्व कुलपति जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया यूपी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद नामक विचारधारा दी. वे एक समावेशित विचारधारा के समर्थक थे जो एक मजबूत और सशक्त भारत चाहते थे. राजनीति के अतिरिक्त साहित्य में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी.

उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में कई लेख लिखें जो विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए. उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चिंतक और संगठनकर्ता थे. वे भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष भी रहे. इनका जन्म 25 सितंबर 1916 को मथुरा उत्तर प्रदेश में हुआ था. 11 फरवरी 1968 को मुगलसराय रेलवे परिसर में उनकी मृत्यु हुई. मुगलसराय का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर रखा गया है.

महाविद्यालय के शिक्षक डॉ. अभिजीत एवं शिक्षिका सुरभि पांडेय तथा छात्राओं ने भी पंडित जी के बारे में अपने विचार व्यक्त किए. 21 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के अवसर पर शुरू किए गए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आज 25 सितंबर 2023 को समापन किया गया. महाविद्यालय की निदेशिका ने महाविद्यालय परिसर में पीपल का वृक्ष लगाकर कार्यक्रम का समापन किया. कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विजय शंकर मिश्र तथा संचालन महाविद्यालय की शिक्षिका डॉ. रजनी श्रीवास्तव ने किया. कार्यक्रम में डॉ. अरुण कुमार दुबे, डॉ. रचिता सिंह, डॉ अमित रंजन, श्रीमती प्रतिभा गुप्ता, सोनू सेठ, सुश्री दिव्या सिंह आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्राएं मौजूद रहे.