शान से फहराया तिरंगा, ठंड पर भारी पड़ा देशभक्ति का जोश
कमिश्नरी कार्यालय भवन पर एएनएम ज्योति सिंह कमिश्नर दीपक अग्रवाल के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराया। कलेक्ट्रेट कार्यालय पर महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय पाश्चात्य वर्ती देखरेख संगठन जैतपुरा की हरिश्चंद्र इंटर कॉलेज से हाईस्कूल में 72 फीसदी अंक से उत्तीर्ण सोनिया के साथ जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर लोगों ने संविधान की शपथ भी ली।
अपने गणतंत्र को अक्षुण्ण नहीं रख सके पड़ोसी देश - नगर विकास मंत्री
कमिश्नरी में एएनएम ज्योति सिंह तो कलेक्ट्रेट कार्यालय पर छात्रा सोनिया ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया
वाराणसी, भदैनी मिरर। गणतंत्र दिवस पर कमिश्नरी, कलेक्ट्रेट, विकास भवन, विकास प्राधिकरण एवं सूचना विभाग सहित सभी सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का झंडारोहण पूरी आन-बान-शान के साथ किया गया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन मैदान में सादगी के साथ कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसके मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं वाराणसी के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन रहे।
कमिश्नरी कार्यालय भवन पर एएनएम ज्योति सिंह कमिश्नर दीपक अग्रवाल के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराया। कलेक्ट्रेट कार्यालय पर महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय पाश्चात्य वर्ती देखरेख संगठन जैतपुरा की हरिश्चंद्र इंटर कॉलेज से हाईस्कूल में 72 फीसदी अंक से उत्तीर्ण सोनिया के साथ जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर लोगों ने संविधान की शपथ भी ली।
पुलिस लाइन में राष्ट्रीय ध्वजारोहण उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं जनपद के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन ने किया। उसके पश्चात भव्य पुलिस परेड की सलामी ली। इस अवसर पर उपस्थित विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी 1950 को हमारा देश एक गणतंत्र के रूप में घोषित हुआ और आज 71 वर्ष बाद हमको इस बात का बहुत हर्ष है कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में दुनिया में स्थापित हैं। उन्होंने पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे साथ जो देश आजाद हुए थे, हमारे पड़ोसी देश कभी हमारे देश के हिस्सा थे वे अपने को गणतंत्र के रूप में अक्षुण्ण नहीं रख सके। कितनी बार उन्हें तानाशाही सहना पड़ा और वहां सैन्य शासन रहा। लेकिन हमारे लोकतंत्र की यह खूबी है कि जो 26 जनवरी 1950 को हमारे संविधान ने हमें प्रदान की, वह दिन-प्रतिदिन हमारा गणतंत्र और मजबूत होता जा रहा है। तमाम उतार-चढ़ाव आए, एक समय ऐसा आया कि देश में इमरजेंसी लग गई। लेकिन यह हमारे गणतंत्र की खूबी थी कि जिन्होंने इमरजेंसी लगाई थी और जब जनता को मतदान का अवसर मिला तो जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया। इसके बाद दूसरी सरकार आयी। तमाम दलों की मिलकर वह सरकार बनी, लेकिन कुछ दिनों में जनता का मोहभंग हो गया और वह भी जनता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे तथा जनता ने उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखाया। तमाम झंझावात आए तथा उतार-चढ़ाव आए।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी सरकार की चर्चा करते हुए कहा कि एक समय हमारे देश में लोकप्रिय प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी थे और पार्लियामेंट में वोटिंग के दौरान एक वोट से उनकी सरकार गिर गई। लेकिन अटल जी ने उस दौरान जो कहा वह इतिहास के पन्ने पर दर्ज हो गया। उन्होंने कहा कि एक वोट का प्रबंध करना हमारे लिए कोई दुरुह कार्य नहीं था, लेकिन हमने लोकतांत्रिक व्यवस्था को मान्यता दी और हम जनता के बीच जाएंगे और वे जनता के बीच गए तथा जनता ने उन्हें प्रचंड बहुमत के साथ पुनः भेजा, यह हमारे लोकतंत्र की खूबी है। मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि विगत 71 वर्षों में देश दिन-प्रतिदिन मजबूत होता गया। यह हमारे लोकतंत्र की खूबी है कि सामान्य परिवार से निकले हुए लोग देश के सर्वोच्च पदों पर पहुंचे और राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बने। उन्होंने काशी के माटी के लाल लाल बहादुर शास्त्री एवं अटल बिहारी बाजपेयी का उदाहरण देते हुए कहा कि यह लोग सामान्य परिवार से निकले हुए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चर्चा करते हुए कहा कि देश के सर्वाधिक लोकप्रिय प्रधानमंत्री व दुनिया के सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व जिनके रूप में हमें और देश को प्राप्त हुआ। उनके बारे में भी सब जानते हैं कि वह कहां से कहां तक पहुंचे और उनकी पृष्ठभूमि क्या रही है, वह भी एक सामान्य परिवार से निकले हुए हैं।
सम्मानित हुए पुलिस अधिकारी
इस अवसर पर मंत्री आशुतोष टंडन ने अपर पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक रेंज सहित 16 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। अपर पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक को डीजीपी के प्रशंसा चिन्ह प्लैटिनम और क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी पांडेय को डीजीपी के प्रशंसा चिन्ह स्वर्ण से सम्मानित किया। इससे पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को माल्यार्पण कर शाल ओढ़ाकर उनको सम्मानित करते हुए उन्हें अपना व लोगो के लिये प्रेरणास्रोत बताया।
ईमानदारी से कम करें अधिकारी और कर्मचारी : कमिश्नर
कमिश्नरी कार्यालय पर ध्वजारोहण के पश्चात कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि देश की आजादी असंख्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं देशभक्तों की कुर्बानी के पश्चात मिला है, इसे अक्षुण्ण बनाए रखने की जिम्मेदारी हर नागरिक की है। उन्होंने कहा कि हम विश्व के सर्वश्रेष्ठ गणतंत्र बने हैं। अंत्योदय और समानता के आदर्शों को सर्वोपरि रखते हुए सभी का विकास हो और इस उद्देश्य के साथ सभी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी, तत्परता एवं पारदर्शिता के साथ करें।
लॉकडाउन में अधिकारियों, कर्मचारियों ने किया टीम वर्क : डीएम
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश संविधान से चलता है। सरकार, शासन, प्रशासन, न्याय पालिका व कार्यपालिका सभी इसके अन्तर्गत कार्य करते हैं। हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा गणतांत्रिक देश है। जिसका संविधान 1950 में आज ही के दिन लागू किया गया था और इतने सालों बाद भी हमारी संवैधानिक व्यवस्था इतनी मजबूती से चल रही है। पिछले एक साल में अनेक चुनौतियों का सामना हम सबको करना पड़ा, कोरोना महामारी के दौरान लोगों के जीवन को बचाने और इलाज की व्यवस्था, प्रशासनिक स्तर पर लाकडाउन में लोगों की जरूरतों के सामान मुहैया कराने जैसी चुनौतियों के समय सभी अधिकारियों और कर्मचारियों तथा सामान्य नागरिकों ने एक टीम वर्क की तरह रात दिन कार्य किया।
प्रधानमंत्री द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं और संगठनों के लोगों से संवाद किया गया। जिन्होंने भोजन, दवाइयों व अन्य आवश्यक सामग्रियों की जिम्मेदारी उठाई। इसके बाद विभिन्न देशों व प्रदेशों के प्रवासियों की आवागमन की अपार भीड़ को उनके ठहराने, भोजन व उनके घरों तक पहुंचाने का प्रबंध तक की सारी जिम्मेदारी सबने मिलकर सफलतापूर्वक निभाई। जो यह दर्शाता है कि हमारा लोकतंत्र हमारी एकता कितनी मजबूत है। इस अवसर पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को माल्यार्पण कर शाल ओढ़ाकर उन्हें सम्मानित भी किया।