श्रृंगारगौरी के दर्शन को लेकर प्रदर्शन, अरुण पाठक के समर्थन में नारेबाजी, विहिसे कार्यकर्ताओं को थाने ले गई पुलिस

श्रृंगारगौरी के दर्शन को लेकर प्रदर्शन, अरुण पाठक के समर्थन में नारेबाजी, विहिसे कार्यकर्ताओं को थाने ले गई पुलिस

वाराणसी, भदैनी मिरर। सावन के चौथे और आखिरी सोमवार की सुबह वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के छत्ताद्वार गेट के सामने विश्व हिंदू सेना के कार्यकर्ता धरने पर बैठ कर नारेबाजी करने लगे। विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक का पोस्टर लिए उनके कार्यकर्ताओं की मांग थी कि उन्हें श्रृंगार गौरी का दर्शन-पूजन करने दिया जाए। प्रशासन काशी विश्वनाथ धाम में श्रृंगार गौरी का भव्य मंदिर बनवाए।

बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच सड़क पर धरना-प्रदर्शन से पुलिसकर्मियों के लिए स्थिति असहज हो गई। दशाश्वमेध, चौक और लक्सा थाने की पुलिस सभी को समझाबुझाकर धरना-प्रदर्शन खत्म कराने का प्रयास की लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद पुलिस सभी को जबरन उठा कर चौक थाने ले गई।

अचानक शुरु हुई धरने से असहज हुए श्रद्धालु

विश्व हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं के अचानक शुरू हुए धरना-प्रदर्शन के कारण बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए कतारबद्ध श्रद्धालुओं के बीच अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया था। पुलिस ने सभी को समझाया कि आराम से दर्शन-पूजन करें, किसी तरह की कोई बात नहीं है। इसके बाद जब विश्व हिंदू सेना कार्यकर्ता चौक थाने ले जाए गए तब जाकर माहौल सामान्य हुआ।

दर्शन के नाम पर महिलाओं को किया इक्कठा

चौक थाने ले जाकर सीओ दशाश्वमेघ और अन्य अफसरों ने पूछताछ की पता चला की अरुण पाठक के समर्थक कमलेश महिलाओं को दर्शन कराने के नाम पर इक्कठा किए और छत्ताद्वार लेकर पहुंच गए। अरुण पाठक के आव्हान के बाद सोमवार की भोर से ही एलआईयू और सिविल फोर्स तलाश कर रही थी लेकिन विहिसे के कार्यकर्ताओं ने श्रृंगार गौरी के दर्शन हेतु पहुंच गए। सूत्रों ने बताया कि विहिसे कार्यकर्ताओं को पहले से ही आभास था की वह यदि जुलूस में जाएंगे तो पुलिस उन्हें जाने नहीं देगी, इसलिए वह दो-तीन की संख्या में जगह-जगह से पहुँचे और गोदौलिया पर इक्कठा हुए। हालांकि पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।


अरुण पाठक को तलाश रही तीन थाने की फोर्स


विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक ने बीते जुलाई महीने की शुरूआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर विवादित टिप्पणी करते हुए शहर में पोस्ट चस्पा कराए थे। इसे लेकर अरुण के खिलाफ सिगरा, लंका और भेलूपुर थाने में 3 मुकदमे दर्ज किए गए थे। इस बीच अरुण पाठक अपने फेसबुक और ट्विटर एकाउंट के माध्यम से पुलिस को लगातार चैलेंज करते रहे कि उन्हें पकड़ कर दिखाएं, लेकिन वह गिरफ्त में नहीं आ सके। इसे लेकर पुलिस की खासी किरकिरी हुई।


अचानक शुरु हुई धरने से असहज हुए श्रद्धालु

विश्व हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं के अचानक शुरू हुए धरना-प्रदर्शन के कारण बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए कतारबद्ध श्रद्धालुओं के बीच अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया था। पुलिस ने सभी को समझाया कि आराम से दर्शन-पूजन करें, किसी तरह की कोई बात नहीं है। इसके बाद जब विश्व हिंदू सेना कार्यकर्ता चौक थाने ले जाए गए तब जाकर माहौल सामान्य हुआ।