PM कल करेंगे काशी में शिक्षा के महाकुंभ का उद्घाटन, नई शिक्षा नीति पर चर्चा करने को 500 शिक्षाविद लेंगे भाग...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे पर 7 जुलाई को सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन में 3 दिवसीय आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करेंगे.

PM कल करेंगे काशी में शिक्षा के महाकुंभ का उद्घाटन, नई शिक्षा नीति पर चर्चा करने को 500 शिक्षाविद लेंगे भाग...
BHU के केंद्रीय कार्यालय में कार्यक्रम की जानकारी देते UGC के चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार और BHU के कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी में 7 जुलाई से 9 जुलाई तक शिक्षा का महाकुंभ लगेगा. तीन दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। इसमें केंद्र व राज्य के शिक्षा मंत्री विश्वविद्यालय आयोग (यूजीसी), एनएएसी एनसीटीई, के चेयरमैन, पूरे देश के सभी शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुख, समस्त केंद्रीय राज्य, डीम्ड व विश्वविद्यालयों के कुलपति, एनआइटी, निजी संस्थानों के 350 से से अधिक शैक्षणिक, प्रशासनिक और संस्थागत प्रमुख शामिल होंगे। यह जानकारी बुधवार को काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सेंट्रल ऑफिस में आयोजित पत्रकारवार्ता में यूजीसी के चेयरमैन प्रो. एम. जगदीश कुमार और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने दी.

प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने बताया की यह सम्मलेन भारत के अग्रणी उच्च शिक्षा संस्थानों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 को लागू करने की रणनीति, सफलता की कहानियों और सर्वोत्तम प्रयाओं पर चर्चा, विचार- विमर्श और अंतर्दृष्टि साझा करने के लिए मंच प्रदान करेगा। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र निर्माण पर अपने दृष्टिकोण को साझा करेंगे।कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ और कौशल और शिक्षा के राज्य मंत्रियों की उपस्थिति रहेगी.  इस दौरान डॉ के कस्तूरीरंगन अध्यक्ष एनईपी मसौदा समिति विशेष सम्बोधन देंगे। शिखर सम्मेलन में विभिन्न भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों के अकादमिक, प्रशासनिक और संस्थागत प्रमुख, शिक्षाविद, शोधकर्ता, प्रशासनिक अधिकारी, नीति निर्माता, विचारक, प्रोफेशनल और शैक्षिक विशेषज्ञ और उद्योग विशेषज्ञ भाग लेंगे।

3 दिवसीय समागम में बहु-विषयक और समग्र शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार, भारतीय ज्ञान प्रणाली, शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण, डिजिटल सशक्तिकरण और ऑनलाइन शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता, गुणवता, रैंकिंग और प्रत्यायन, समान और समावेशी शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों का क्षमता निर्माण जैसे विषयों पर सत्र शामिल होंगे। शिक्षाविदों द्वारा एनईपी 2020 के सफल क्रियान्वन से उत्पन्न अपने अनुभव और सफलता की कहानियों को साझा करेंगे। 

एनईपी 2020 के क्रियान्वयन की विभिन्न पहलों तथा क्षेत्रीय भाषाओं में तकनीकी पुस्तकों पर एक प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। शिखर सम्मेलन राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के रोडमैप और क्रियान्वन रणनीतियों को प्रभावी ढंग से नेटवर्क स्पष्ट करेगा, जान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा और अंतः विषय विचार-विमर्श के माध्यम का निर्माण करेगा और शैक्षिक संस्थानों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा कर और समाधानों को स्पष्ट करेगा। इस समागम में 500 से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की सम्भावना है।